आधुनिक तकनीक से बढ़ेगा मछली उत्पादन, सस्ती दरों पर मिलेगा उत्तम फिश फीड
कलेक्टर ने हसनाबाद में बायो फ्लॉक पॉन्ड और नवनिर्मित फिश फीड मील का किया निरीक्षण

सीहोर। कलेक्टर बालागुरू के. ने बुधवार को ग्राम हसनाबाद पहुंचकर मत्स्य विभाग द्वारा संचालित बायो फ्लॉक पॉन्ड और नवनिर्मित फिर फीड मील का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आधुनिक तकनीक से मत्स्य पालन की बारीकियों को समझा और अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्थानीय मछुआरा समाज और मत्स्य कृषकों को किफायती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाला दाना उपलब्ध कराया जाए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बायो फ्लॉक तकनीक के माध्यम से किए जा रहे मत्स्य उत्पादन और फीड निर्माण की प्रक्रिया का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि बायो फ्लॉक एक आधुनिक और वैज्ञानिक पद्धति है, जिससे कम पानी में अधिक मछली उत्पादन संभव है। यह तकनीक छोटे और मध्यम मत्स्य कृषकों के लिए वरदान साबित हो सकती है। उन्होंने विभाग को निर्देशित किया कि जिले में फीडिंग बेस्ड फिश कल्चर को बढ़ावा दिया जाए, ताकि उत्पादन में निरंतर वृद्धि हो सके।
किसानों की आय बढ़ाने पर जोर
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि जब किसानों को गुणवत्तापूर्ण और सस्ता फीड मिलेगा तो मछलियों की वृद्धि बेहतर होगी और उनकी उत्पादन लागत में कमी आएगी, जिससे सीधे तौर पर किसानों की आय बढ़ेगी। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि अधिक से अधिक किसानों को इस तकनीक के प्रति जागरूक किया जाए और उन्हें आवश्यक तकनीकी प्रशिक्षण व मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाए। इस अवसर पर मत्स्य विभाग के सहायक संचालक प्रशांत हर्ष सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।



