ग्वालियरमध्य प्रदेश

शनि मंदिर के सौन्दर्यीकरण के साथ-साथ शनि कुण्ड, परिक्रम पथ, पेयजल, वृक्षारोपण सहित अन्य कार्यो पर हुई चर्चा

मुरैना
ऐंती पहाड़ी पर स्थित भगवान शनि मंदिर के सौन्दर्यीकरण के साथ-साथ वहां निर्माण होने वाले प्रमुख कार्य शनि कुण्ड, परिक्रम पथ, पेयजल व्यवस्था, वृक्षारोपण, सड़कों का निर्माण, शौचालयों के निर्माण सहित सामुदायिक भवन के कार्य को पूर्ण करने पर विस्तार से चर्चा की गई।    
    
यह बैठक पिछले दिनों केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री तथा क्षेत्रीय सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर ने शनि मंदिर के किये गये भ्रमण के दौरान अधिकारियों को मंदिर के सौन्दर्यीकरण के साथ-साथ परिक्रम पथ कुण्ड निर्माण सहित अन्य विकास कार्यो के निर्देश दिये गये थे। इसी संदर्भ में यह बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित की गई।  

प्रभारी कलेक्टर रोशन कुमार सिंह की उपस्थिति में आयोजित बैठक में लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री, एसडीएम शिवलाल शाक्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, वन विभाग के एसडीओ, पीएचई, आदिम जाति कल्याण, विद्युत कंपनी के अधिकारियों सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।  
    
बैठक में प्रभारी कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने शनि मंदिर के पास बनने वाले शनि कुण्ड के लिये ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, वन विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे स्थल चयन करके उसका स्टीमेट, उसकी लागत, वजट का प्रावधान कर अनुमोदन हेतु प्रस्तुत करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि शनि मंदिर पर होने वाले सौन्दर्यीकरण एवं विकास कार्यो का स्थल चयन, स्टीमेट आदि कार्यो को लेकर शनिवार 29 जनवरी को शनि मंदिर पहुंचकर एसडीएम शाक्य की अध्यक्षता में निर्माण विकास कार्यो का स्थल चयन करके उनका स्टीमेट आदि पर सभी तैयारी करें। उन्होंने कहा कि अगली बैठक कलेक्टर की अध्यक्षता में संभवतः मंगलवार को शनि मंदिर पर ही होगी, जिसमें सभी अधिकारी संपूर्ण तैयारियों के साथ आयें, ताकि होने वाले निर्माण कार्यो को अंतिम रूप दिया जा सके।
    
बैठक में भगवान शनि मंदिर के सौन्दर्यीकरण के साथ-साथ प्रवेश द्वार के सौन्दर्यीकरण, सड़कों का निर्माण, कुण्ड, साढ़े 4 किलोमीटर लंबी बनने वाली परिक्रम पथ का निर्माण, इसके आसपास बनने वाले रोड़ निर्माण प्रतिक्षालय, परिक्रम पथ के दोंनो साइड वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण करने की प्लानिंग, आवश्यक स्थानों पर शौचालय, स्नान गृह निर्माण, पाथवे पर लाइट की व्यवस्था अथवा सौर्य ऊर्जा का स्टीमेट बनाने, सामुदायिक भवन को निर्माण कार्य को पूर्ण कराने की प्लानिंग करने पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में शनि देव मंदिर अधिनियम के ड्राफ्ट का अध्ययन करने के निर्देश एसडीएम को दिये। उन्होंने इस अधिनियम को माफी शाखा से मेनटेन कराये जाने, एसडीएम चाहें तो महाकाल मंदिर का अधिनियम बुलवाकर इस अधिनियम को तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में मंदिर के अंदर स्पेच बढ़ाने, अंदर के कुण्ड़ों को बंद करने की प्लानिंग, लोक निर्माण विभाग की पुरानी सड़कों को हटाकर नई सड़के बनाने पर चर्चा की गई। बैठक में प्रभारी कलेक्टर ने सभी कार्यो को पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा को ध्यान में रखने पर जोर दिया। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक को एेंती मंदिर के जंगलो में अगर कोई गांव है तो वहां के सामुदायिक पट््टे के मामलों को फोरेस्ट के साथ निराकृत करने के निर्देश दिये। बैठक में एसडीएम को दानदाताओं की सूची तैयार करने, श्रद्धालुओं के लिये बड़ा सेट बनाने का प्रस्ताव लाने जैसे मुद्दो पर भी चर्चा की गई।

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