प्रधानमंत्री आवास योजना केवल मकान बनाने का नहीं बल्कि गरीबों की जिंदगी बदलने का अभियान है – मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना केवल मकान बनाने का अभियान नहीं है, बल्कि यह गरीबों की जिंदगी बदलने का अभियान है। यह अद्भुत कार्यक्रम है, गरीबों के कल्याण का मेला जारी है। सभी को बेहतर जिंदगी जीने और मुस्कुराने का अधिकार है। जब तक आपकी जिंदगी नहीं बदलेगी तब तक मैं भी चैन से नहीं बैठूंगा। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि प्रदेश के प्रत्येक परिवार को पक्की छत उपलब्ध कराई जाएगी। जो सबसे गरीब है और सबसे नीचे हैं, उनके लिए यह सरकार सबसे पहले है। मकान बनने तक हम इन भाई-बहनों के साथ हैं। हमारा प्रयास है कि निश्चित समय-सीमा में इनका मकान बन जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी सांसद, मंत्री साथियों सहित सभी जन-प्रतिनिधियों से अपील की कि वे जब भी ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण पर जाएँ, तो आवास योजना की भौतिक जानकारी अवश्य लें।
मुख्यमंत्री चौहान प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में तीन लाख 50 हजार हितग्राहियों को स्वीकृति नवीन आवासों के लिए उनके खाते में पहली किश्त की 875 करोड़ रुपए की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने विभिन्न हितग्राहियों से वर्चुअली संवाद भी किया और प्रतीक स्वरूप पाँच हितग्राहियों को आवास स्वीकृति-पत्र प्रदान किए।
कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम का शुभारंभ मध्यप्रदेश गान के साथ हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जल-संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया तथा प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास उमाकांत उमराव उपस्थित थे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल सतना से वर्चुअली सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में सभी जिलों ने वुर्चअली सहभागिता की।
शासकीय योजनाओं में भ्रष्टाचार और टालमटोल बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना में जारी किश्त का पैसा मकान के लिए है। अत: हितग्राही यह पैसा मकान में ही लगाएँ। सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक यह सुनिश्चित करें कि आवास निर्माण का कार्य समय-सीमा में पूर्ण हों। योजनाओं का पर्यवेक्षण और निगरानी प्रभावी तरीके से सुनिश्चित की जाए। हितग्राहियों को निर्माण सामग्री मिलने में असुविधा नहीं हो। राज्य सरकार अब तक 35 लाख लोगों को आवास उपलब्ध करा चुकी है। अभी जो परिवार छूटे हैं उनके मकान का सपना भी जल्द पूर्ण होगा। शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार और टाल-मटोल बर्दाश्त नहीं होगी।
उचित दर पर मिले निर्माण सामग्री
मुख्यमंत्री चौहान ने हितग्राहियों से संवाद में कहा कि योजना क्रियान्वयन में यह सुनिश्चित किया जाए कि हितग्राहियों को किश्त प्राप्ति में विलंब नहीं हो। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि हितग्राहियों को निर्माण सामग्री उचित दर पर मिले। योजना क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
प्रत्येक हितग्राही को पता हो कि कब-कब कितनी किश्त मिलेगी
मुख्यमंत्री चौहान ने योजना में स्वीकृत आवासों से हितग्राहियों के जीवन में आए परिवर्तन के संबंध में उनसे वर्चुअली संवाद भी किया। संवाद में मण्डला जिले की श्रीमती सुमरति बाई परते से बातचीत में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हितग्राहियों को यह पता होना चाहिए कि उन्हें कितनी किश्तें मिलेंगी और यह किश्तें कब-कब मिलेंगी। मुख्यमंत्री चौहान ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि हितग्राहियों को इसकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था स्थापित की जाए।
पचास दिन में मकान बनाना चमत्कार जैसा
मुख्यमंत्री चौहान को सीधी जिले के मुरली रजक ने चर्चा में बताया कि उन्होंने 50 दिन में आवास निर्माण पूर्ण कर लिया था। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इतने कम समय में मकान बनाना चमत्कार जैसा है। इस उपलब्धि पर पंचायत स्तर पर मुरली रजक का सम्मान किया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने की श्रीमती मुन्नी बाई के साहस की सराहना
मुख्यमंत्री चौहान ने छतरपुर की दिव्यांग महिला श्रीमती मुन्नी बाई के साहस की सराहना करते हुए कहा कि वे कई लोगों के लिए प्रेरणा-स्त्रोत हैं। उन्होंने एक हाथ कटा होने पर भी हिम्मत नहीं हारी और अपने एवं परिवार के जीवन की बेहतरी के लिए वे निरंतर योगदान दे रही हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने श्रीमती मुन्नी बाई के इलाज के लिए कलेक्टर छतरपुर को जवाबदारी सौंपते हुए कहा कि राज्य शासन उनके इलाज का संपूर्ण खर्च वहन करेगा।
प्रत्येक गाँव, कस्बे, शहर का जन्म-दिन मनाया जाए
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम सभी अपने गाँव, कस्बे, शहर का साल में एक दिन वैसे ही जन्म-दिन मनाएँ, जैसे हम अपना जन्म-दिन मनाते हैं। गाँव में जन्मे सभी लोग जन्म-दिवस पर एकत्र हों और अपनी जन्म-भूमि के विकास की रूपरेखा तय करें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम हमारे गृह ग्राम जैत का जन्म-दिन नर्मदा जयंती पर मनाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने लोगों से आँगनवाड़ी गोद लेने की अपील करते हुए कहा कि जो व्यक्ति आर्थिक रूप से सक्षम हैं, वह आँगनवाड़ी गोद लेकर बच्चों के पोषण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि उन्होंने भी दो आँगनवाड़ी गोद ली हैं।
दो लाख रोजगार प्रतिमाह
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले तय किया था कि प्रतिमाह एक लाख स्व-रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे। अब इस लक्ष्य को बढ़ाकर 2 लाख प्रतिमाह कर दिया गया है। बैंकों से हम युवाओं को ऋण दिलाकर उनके उद्यमी बनने का सपना साकार करेंगे।
हर बहन की आमदनी कम से कम 10 हजार रूपए प्रतिमाह हो
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में हमने सिर्फ आवास ही नहीं बनाए हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली, बिजली, स्कूल, रोजगार, हर घर में नल से जल, गैस कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, विभिन्न पेंशन योजनाओं के माध्यम से प्रदेशवासियों की जिन्दगी बदलने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। स्व-सहायता समूहों को सशक्त कर ग्राम स्तर पर आय बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि हर बहन की आमदनी कम से कम 10 हजार रूपए प्रति महीना हो। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग्राम स्तर पर विभिन्न व्यवसायों में लगे व्यक्तियों को आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर उनकी आय में वृद्धि संबंधी कार्य-योजना पर भी राज्य सरकार विचार कर रही है।
धरती को जीने योग्य बनाने के लिए जरूरी है पौध-रोपण
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में जुड़े सभी व्यक्तियों से पौध-रोपण की अपील की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पेड़ हैं तो धरती पर जिंदगी है, धरा को हरा-भरा और समृद्ध बनाने में अपना योगदान दें। पौध-रोपण कर हम अगली पीढ़ी के लिए धरती को जीने योग्य बनाने का कार्य कर रहे हैं।
फ्लाय एश से ईट बनाने की निर्माण इकाई को प्रदान किया स्वीकृति-पत्र
मुख्यमंत्री चौहान ने झाबुआ के तेर सिंह कालू, बालाघाट की श्रीमती पुष्पा डोंगरे, राजगढ़ की श्रीमती दीपा बाई, कटनी की श्रीमती निराशा बाई और सागर के पुन्नी से भी बातचीत की। मुख्यमंत्री चौहान ने संवाद में कहा कि एक गाँव में बनने वाले मकानों के लिए निर्माण सामग्री यदि एक साथ क्रय की जाए तो इससे निर्माण सामग्री का मूल्य कम आएगा और मकानों के निर्माण की लागत में कमी संभव होगी। इस संबंध में निर्माण सामग्री निर्माता कंपनियों से भी बातचीत की जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम पंचायत खारपा की श्रीमती तेज कुंवर तथा बंसीलाल और ग्राम पंचायत सनखेड़ी के चंदर गोपाल को आवास स्वीकृति-पत्र वितरित किए। मुख्यमंत्री चौहान ने बैतूल जिले के भैंसदेही विकासखंड ग्राम पंचायत भीकुंड के जमना आजीविका स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा कंगाले को फ्लाय एश से ईंट निर्माण इकाई का स्वीकृति-पत्र प्रदान किया।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने स्वागत उद्बोधन तथा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। सतना से वर्चुअल सम्मिलित हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने आभार व्यक्त किया।