निदेशक का पद एसपी के समकक्ष घोषित, एक एडीजी भी राउंड बॉक्स में
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भोपाल
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की नाराजगी के बाद न्यायिक विज्ञान प्रयोगशाला ‘एफएसएल’ की व्यवस्थाओं में बड़ा बदलाव किया गया है। यहां पर निदेशक के पद को अब पुलिस अधीक्षक के समक्षक कर यहां पर पहली बार आईपीएस अफसर को बतौर निदेशक हाल ही में पदस्थ किया गया है। सूत्रों की मानी जाए तो हाईकोर्ट में फरवरी में इस संबंध में प्रदेश पुलिस को यह बताना था कि एफएसएस सागर और भोपाल के कामकाज में सुधार के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। यहां पर जवाब देने से पहले पुलिस मुख्यालय ने एफएसएल की पूरी व्यवस्था ही बदल दी।
हालांकि हाईकोर्ट की नाराजगी के बाद एफएसएल डायरेक्टर हर्षा सिंह और वैज्ञानिक अधिकारी पंकज श्रीवास्तव को कुछ दिनों पहले हटा दिया गया था। इसके बाद भोपाल में एसपी रैैंक के अफसर शशिकांत शुक्ला की नई पदस्थापना की गई है। अभी तक विभाग में निदेशक के तौर पर वैज्ञानिक अधिकारी (विभागीय) पदस्थ किए जाते थे। हाईकोर्ट की नाराजगी के बाद पहली बार निदेशक के तौर पर आईपीएस अफसर को यहां पर पदस्थ किया गया है।
यह है पूरा मामला
दतिया के भांडेर में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई थी। इस प्रकरण में दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट का प्रकरण दर्ज किया गया था। वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित करने की मंशा से इसकी डीएनए जांच कराई गई थी। जांच का सेंपल एफएसएल सागर भेजा गया था। प्रकरण की सुनवाई हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में में चल रही है। सुनवाई के दौरान डीएनए की जांच रिपोर्ट अदालत में पेश करना थी। सूत्र बताते हैैं कि हाईकोर्ट के बार-बार मांगने के बावजूद जांच रिपोर्ट नहीं पेश की गई थी।