भोपालमध्य प्रदेश

कोरोना संक्रमित भी दे सकेंगे बोर्ड परीक्षा, सेंटरो पर ही बनेंगे आइसोलेशन रूम

भोपाल

एमपी बोर्ड की परीक्षा कोरोना संक्रमित छात्र भी दे सकेंगे। बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में कोरोना संक्रमित और इसके लक्षण वाले स्टूडेंट्स के लिए अलग व्यवस्था होगी। इसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर अलग से आइसोलेशन रूम बनाए जाएंगे। इस संबंध में मंगलवार को माशिमं की बोर्ड मीटिंग में निर्णय लिया गया। प्रदेश में 17 फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं।

MP बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में इस साल करीब 18 लाख छात्र बैठ रहे हैं। दैनिक भास्कर ने कोरोना संक्रमित छात्रों के लिए बोर्ड की तैयारियां नहीं होने का मुद्दा दो दिन पहले प्रमुखता से उठाया था। दूसरे राज्यों में ऐसे छात्रों को लेकर सरकार निर्णय कर चुकी थी, जबकि मध्यप्रदेश में इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। मंडल ने परीक्षा के दौरान दिव्यांग छात्रों को भी कई तरह से राहत दिए जाने का निर्णय लिया है।

दिव्यांगों को कई तरह की राहत

एमपी बोर्ड ने परीक्षा में शामिल होने वाले दिव्यांग या घायल छात्रों को कई राहत देने का फैसला किया है। इस दौरान दृष्टिहीन, मानसिक विकलांग एवं हाथ की हड्‌डी टूट जाने अथवा हाथ की खराबी के कारण लिखने में असमर्थ छात्रों को ये राहतें मिलेंगी। ऐसे छात्र लिखने के लिए किसी की मदद ले सकते हैं। साथ ही उन्हें विषय चयन, अतिरिक्त समय, परीक्षा शुल्क से छूट, कंप्यूटर या टाइप राइटर चयन की सुविधा दी जाएगी।

पहली बार फरवरी में हो रही परीक्षा

MP बोर्ड के 10वीं के पेपर 18 फरवरी से 10 मार्च तक चलेंगे। वहीं 12वीं के पेपर 17 फरवरी से 12 मार्च तक होंगे। एमपी बोर्ड की परीक्षाएं पहली बार फरवरी में हो रही हैं। परीक्षा का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया है। एमपी बोर्ड परीक्षा का टाइम टेबल मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर जारी किया जा चुका है।

सुबह 8.30 बजे उपस्थित होना जरूरी

परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को सुबह 8.30 बजे उपस्थित होना होगा। छात्रों को सुबह 8.45 बजे तक ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा, उसके बाद आने वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार पहले ही कह चुके हैं कि परीक्षा समय पर और ऑफलाइन मोड पर ही होंगी।

दूसरे राज्यों ने पहले ही कर ली थी प्लानिंग

मध्यप्रदेश से पहले महाराष्ट्र समेत अधिकांश राज्य पहले ही कोरोना को देखते हुए नियम बना चुके हैं। इसमें उन्होंने छात्रों को राहत देने का निर्णय किया था। महाराष्ट्र में छात्र या उसके परिवार के सदस्य के कोरोना पॉजिटिव होने की स्थिति में परीक्षा केंद्र पर आइसोलेशन रूम बनाया गया है। राजस्थान में ऐसे छात्रों की परीक्षा बाद में ली जाएगी। उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा चुनाव के बाद अप्रैल-मई में आयोजित की जाएगी। महाराष्ट्र के साथ ही छत्तीसगढ़ ने इस वर्ष पाठ्यक्रम 30% कम किया गया है।

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