जबलपुरमध्य प्रदेश

हाईकोर्ट में 6 नए जजों की नियुक्ति के बाद भी कमी, स्वीकृत पद हैं 53

जबलपुर
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में 6 नए जजों की नियुक्ति के लिए राष्टÑपति रामनाथ कोविंद से स्वीकृति मिलने बाद केंद्रीय विधि विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसमें तीन वरिष्ठ अधिवक्ता और तीन न्यायिक अधिकारियों को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट का जज नियुक्त कर दिया गया है। इसमें जबलपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह भट्टी, ग्वालियर के द्वारिकाधीश बंसल, इंदौर के मिलिंद रमेश फड़के और उच्च न्यायिक सेवा के अधिकारी बतौर जिला जज उज्जैन प्रकाशचंद्र गुप्ता, इंदौर जिला जज दिनेश कुमार पालीवाल और जिला जज बालाघाट अमरनाथ केशरवानी को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया है। 6 नए जजों की नियुक्ति के बाद भी हाईकोर्ट में स्वीकृत पदों के विपरीत 18 जजों की कमी है।

हाईकोर्ट प्रशासन के अनुसार अतिशीघ्र इन नए जजों को शपथ दिला कर कार्य प्रभार सौंप दिया जाएगा। बता दें कि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में अभी तक चीफ जस्टिस रवि मालिमठ सहित मात्र 29 जज ही कार्यरत हैं, जबकि कुल स्वीकृत पद 53 हैं।  इसमें विगत जनवरी माह के अंतिम दिनों में सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम द्वारा मुहर लगाए जाने के बाद 3 वकील और 3 उच्च न्यायिक सेवा के अधिकारियों को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में बतौर जज नियुक्त करने अनुशंसा कर दी गई थी। इस लिहाज से अब मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में कुल जज संख्या 35 हो जाएगी , लेकिन इसके बावजूद मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में अभी भी 18 जज की कमी रहेगी। इस विषय में चीफ जस्टिस कार्यालय और हाईकोर्ट प्रशासन द्वारा समय-समय पर केंद्र सरकार के विधि-विभाग से पत्राचार किया जा रहा है ,लेकिन यह कमी लगातार बनी हुई है। चूंकि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की प्रिंसिपल सीट जबलपुर है और इंदौर तथा ग्वालियर में खंडपीठ हैं इसलिए इतनी बड़ी संख्या में जजों की कमी काफी अखरती है। खास तौर पर विधि और न्याय जगत से गाहे-बगाहे इस बावद स्वर भी मुखर होते रहते हैं। ऐसे में इन छह नए जजों का मिलना काफी अहम माना जा रहा है।  निर्धारित संख्या से कम जज संख्या होने काअसर विधि-न्याय जगत से जुड़े वकील और पक्षकार सहित सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों के कामकाज पर पड़ता है।

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