सोलर पैनल से होगा ट्रैफिक मैनेजमेंट, पुलिस अफसरों की ऊर्जा निगम से चर्चा

भोपाल
राजधानी की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक बार फिर कवायद शुरू कर दी गई है। जिला प्रशासन, नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के अफसरों ने ऊर्जा विकास निगम के एक्सपर्ट के साथ मिलकर शहर के नौ से ज्यादा चौराहों में पीक आॅवर्स में ट्रैफिक की रफ्तार को कंट्रोल में करने के लिए सोलर सिग्नल लेने की योजना बनायी है।
नई प्लानिंग के चलते शहर के दस और चौराहों पर सितंबर के पहले सप्ताह से सौर ऊर्जा से संचालित ट्रैफिक सिग्नल लगाएं जाएंगे। अभी तक राजधानी के 19 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं। इसमें 16 चौराहों पर सौर ऊर्जा संचालित सिग्नल हैं। लेकिन इनकी बैटरी का रख रखाव नहीं होने के कारण इनको अब नए सिरे से बदला जाएगा।
कौन करेगा रख-रखाव
शहर में लगने वाले सौर ऊर्जा से चलने वाले सिग्नलों का रखरखाव नगर निगम करेगा और इसके लिए वह ऊर्जा विकास निगम के विशेषज्ञों की सलाह लेता रहेगा। शहर के 16 चौराहों के सिग्नल खराब होने की वजह उनका सही तरीके से मेंटेनेंस नहीं होना था। अब अलग से टीम बनाई जाएगी।
अपडेट होंगे ट्रैफिक सिग्नल
शहर के व्यस्ततम चौराहों पर लगे टैफिक सिग्नलों को भी दुरूस्त किया जाएगा। इनमें से कई जगहों पर लगे सोलर सिस्टम के सिग्नल बैटरी डाउन होने के कारण लंबे समय तक नहीं चल पाते हैं। इनको भी अपडेट किया जाएगा। इनमें मुख्य रूप से पीएचक्यू तिराहा, जिला अदालत चौराहा, गोविंदपुरा तिराहा, गांधी पार्क तिराहा, आयकर भवन तिराहा, प्रभात चौराहा, ठंडी सड़क चौराहा, रेतघाट तिराहा, मछली घर तिराहा, मंत्रालय रोटरी, माता मंदिर चौराहा और आईएसबीटी के पास चौराहे के सिग्नल हैं।