भोपालमध्य प्रदेश

विज्ञान सर्वत्र पूज्यते’ एवं विद्यार्थी विज्ञान मंथन यात्रा का शुभारंभ

भोपाल

विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने भोपाल के विज्ञान भवन में विज्ञान प्रसार, एमपीसीएसटी एवं विज्ञान भारती के तत्वावधान में राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह ‘विज्ञान सर्वत्र पूज्यते’ एवं "विद्यार्थी विज्ञान मंथन यात्रा" का उद्घाटन किया।

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा उत्कृष्टता, नवाचार, उद्यमिता एवं कौशल विकास हेतु 11वीं पंचवर्षीय योजना में एक नई योजना की शुरुआत की गई। वर्ष 2007 में शुरू हुए इस उत्कृष्टता अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के एक लाख विद्यार्थियों एवं युवाओं की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षित करना है।

मंत्री सखलेचा ने कहा कि विज्ञान मंथन योजना मध्यप्रदेश शासन की अभिनव पहल है। उन्होंने कहा कि हम सभी हमारे दैनिक जीवन में आने वाली परेशानियों को विज्ञान के माध्यम से सुलझा सकते हैं। विज्ञान हमारे सोचने एवं कार्य करने के तरीके को बदलकर हमारी कार्य-क्षमता को बढ़ाता है और भविष्य को सुंदर एवं सरल बनाने का काम करता है।

मंत्री सखलेचा ने विज्ञान के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए भविष्य में विज्ञान के जरिए होने वाले बदलावों की जानकारी दी। उन्होंने ऊर्जा के विभिन्न स्रोतों पर प्रकाश डालते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में विद्यार्थियों के नए सुझावों और योगदान को महत्वपूर्ण बताया।

मुख्य वक्ता सदानंद सप्रे ने भारत में ‘विज्ञान की गौरवशाली परंपरा–प्राचीन काल से आधुनिक काल तक’ पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में प्राचीन काल से ही भारतीय वैज्ञानिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कई उदाहरणों के माध्यम से विज्ञान और भारतीय वैज्ञानिकों की वर्ष कार्मिक यात्रा का रोचक वर्णन किया। साथ ही भास्कराचार्य से लेकर हर दशक के वैज्ञानिकों की प्रेरणा- स्रोत यात्रा का वर्णन किया। असल जीवन में उन्होंने महान भारतीय वैज्ञानिकों से प्रेरणा लेने के लिए भी प्रेरित किया

उत्कृष्टता मिशन के प्रभारी विवेक कटारे ने विज्ञान मंथन यात्रा का विवरण प्रस्तुत किया। डॉ. राकेश आर्य ने "विज्ञान सर्वत्र पूज्यते" महोत्सव में पूरे सप्ताह की गतिविधियों की जानकारी दी। महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने अपने उद्बोधन में विज्ञान के वर्चस्व को समेटा। उन्होंने भविष्य में ए.आर., वी.आर., रिमोट सेंसिंग, बायो-टेक्नोलॉजी जैसे विषयों की उपयोगिता को बताया और कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दी।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button