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जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री से दिलाया जाए किसानों को मुआवजा

ग्राम पिपलियामीरा के पीड़ितों ने मुख्यमंत्री एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को सौंपा ज्ञापन, मुआवजा दिलाने की मांग की, पनीर फैक्ट्री पर लगाया गया है एक करोड़ 24 लाख का जुर्माना, लेकिन अब तक नहीं हुआ जमा

सीहोर। जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम पिपलियामीरा में चल रही जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री से निकलने वाले कैमिकलयुक्त जहरीले पानी के कारण गांव केे लोगों एवं किसानों के खेतोें की सेहत बेेहद खराब हो गई है। अब गांव केे किसान मांग कर रहे हैं कि पनीर फैक्ट्री प्रबंधन उनको मुआवजा देें, ताकि वेे अपना इलाज करा सकें औैर खेती मेें हो रहे घाटेे की भरपाई कर सकें। ग्राम पिपलियामीरा के किसानों ने मुख्यमंत्री एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कोे ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि उनको फैक्ट्री से मुआवजा दिलाया जाए।
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री पिपलियामीरा सहित आसपास के गांवों के लिए नासूर बन चुकी है। फैक्ट्री से निकलने वाले कैमिकलयुक्त गंदे पानी के कारण यहां के लोगों की सेहत तो खराब हो ही रही है। इनके जानवरों को भी कई तरह की बीमारियां हो रही हैं। इसके अलावा किसानों के खेतों की सेहत भी बिगड़ चुकी है। स्थिति यह है कि गांव के 80 प्रतिशत लोग कोई न कोई रोग से पीड़ित है। कई लोग तोे कैंसर एवं फेफड़ों जैसी गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित हैं।
किसानों ने की मांग, दिलाया जाएगा मुआवजा-
पिपलियामीरा के किसान मांगीलाल मेवाड़ा, चंदर सिंह मेवाड़ा, देवचंद्र, नारायण सिंह, मुकेश कुशवाह, बने सिंह, जयसिंह, सहित बड़ी संख्या मेें किसानों ने भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में किसानों एवं ग्रामवासियों ने मांग की है कि फैक्ट्री के गंदे पानी के कारण जिन लोगों को कैंसर एवं किडनी खराब हुई है उनको 10 लाख रूपए, अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को 5 लाख, जिन किसानों के कुंए, ट्यूबबेल खराब हुए हैं उनकोे 3 लाख रूपए का मुआवजा दिया जाए। जिन किसानों की फसलें खराब हो रही हैैं उनकोे 50 हजार रूपए एकड़ के हिसाब से मुआवजा मिले, ताकि वे अपनी खराब हुई फसलों की खानापूर्ति कर सके। किसानों ने ज्ञापन में पनीर फैक्ट्री प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग भी की है।
इनका कहना है-
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री पर जुर्माना लगाया गया था। फैक्ट्री पर वसूली अधिरोेपित हो गई है। नियमानुसार फैक्ट्री से जुर्माने की राशि वसूली जाएगी। गांव केे किसानों ने भी ज्ञापन सौंपा है औैर वे पहले भी कई बार ज्ञापन सौंपकर अपनी बात रख चुके हैैं। पनीर फैक्ट्री का मामला एनजीटी में हैै।
– ब्रजेश शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, भोेपाल

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