डॉक्टर बनने यूक्रेन गए MP के सैंकड़ों छात्रों की डिग्री अटकी
ग्वालियर
डॉक्टर बनने के लिए यूक्रेन गए मप्र के सैंकड़ो छात्रों के भविष्य पर फिलहाल अंधेरा छा गया है। एमबीबीएस के एग्जाम देने की तैयारी में जुटे इन छात्रों की डिग्री युद्ध के कारण अटक गई है। डिग्री लेकर वापस भारत लौटने का सपना लेकर यूक्रेन पंहुचे प्रदेश के सैंकड़ो छात्रों को बिना डिग्री के ही वापस अपने वतन लौटना पड़ रहा है। रूस द्वारा यूक्रेन पर लगातार हमले के कारण उपजी इस समस्या से भारत लौटने वाले छात्र अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। हांलाकि चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि हालात सामान्य होने पर सब कुछ ठीक होने की उम्मीद है, लेकिन ऐसा कब तक होगा इसको लेकर फिलहाल असमंजस की स्थिति है।
हर साल एमपी से 200 छात्र जाते है यूक्रेन
मप्र से हर साल लगभग 200 से ज्यादा छात्र डॉक्टर की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन जाते है। जबकि पूरे भारत से हर साल करीब 10 हजार छात्र एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन पंहुचते है। यही कारण है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान वहां फंसे लोगों में 80 फीसदी एमबीबीएस करने वाले भारतीय छात्र है।
भारत में सपना पूरा नहीं हो पाता इसलिए जाते है यूक्रेन
देश व मप्र में हर साल लाखों छात्र नीट की परीक्षा देते हैं। इनमें से कई कटआफ लिस्ट में आ जाते हैं लेकिन उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज में जगह नहीं मिल पाती है। ऐसे छात्रों को डाक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए निजी मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस करने का विकल्प होता है, लेकिन इसके लिए 1 करोड़ रुपये से अधिक फीस चुकानी पड़ती है। जबकि यूक्रेन में एमबीबीएस करने के लिए आसानी से एडमिशन हो जाता है। इसके साथ ही पूरी डिग्री लगभग 20 लाख रूपए में पूरी हो जाती है। डिग्री लेकर वापस लौटने पर राष्टÑीय चिकित्सा आयोग द्वारा एक एग्जाम लिया जाता है। इसे पास करने के बाद इन छात्रों को भारत में प्रेक्टिस करने व पीजी करने के लिए मान्यता दे दी जाती है। यही कारण है कि भारत में डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले छात्रों की पहली पसंदी यूक्रेन है।
वर्जन
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण मध्य प्रदेश के करीब 200 छात्रों की डिग्री फिलहाल अटक गई है। यह छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए थे, लेकिन उन्हे बिना डिग्री के वापस लौटना पड़ा है। इन बच्चों को अपने भविष्य को लेकर काफी चिंता है।
डॉ.अविनाश शर्मा, अध्यक्ष न्यूरो साइनटिस्ट एमपी सीजी