पूर्व मंत्री पटवारी के ट्वीट का मामला गरमाया, अध्यक्ष बोले परंपरा ठीक नहीं

भोपाल
विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण से पहले ही प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष एवं विधायक जीतू पटवारी ने अभिभाषण का विरोध करते हुए इसका बहिष्कार किया। उनके बहिष्कार करने का मामला सदन में भी उठा जिस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि यह परम्परा ठीक नहीं।
सदन में संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पटवारी के बहिष्कार को पाइंट आॅफ आर्डर के जरिए उठाते हुए कहा कि क्या अब आगे काम मोबाइल और ट्वीटर पर ही होंगे। पटवारी को बताना चाहिए कि वे सरकार का विरोध कर रहे हैं या राज्यपाल का विरोध कर रहे हैं। इस पर नेता प्रतिपक्ष को जबाव देना चाहिए कि क्या ये उनकी पार्टी का फैसला है। इस पर नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि पटवारी का बहिष्कार कांग्रेस पार्टी का फैसला नहीं है। यह उनका व्यक्तिगत मामला है। मुझे भी विधानसभा आने के कुछ समय पहले ही यह पता चला कि उन्होंने ट्वीट किया है। हमारी पार्टी का ऐसा फैसला ना अब है और ना आगे रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नरोत्तम मिश्रा के पाइंट आॅफ आॅर्डर का समर्थन करते हुए कमलनाथ के इस बयान पर आभार जताया। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि यह परम्परा ठीक नहीं है।
इसलिए किया पटवारी ने बहिष्कार
पटवारी ने आरोप लगाया कि इस सरकार ने प्रदेश में साढ़े तीन हजार शराब की नई दुकानें खुलवा दी। शराबी बनो और मस्त रहो, शराब को सस्ती कर दिया गया, हर घर में शराब रखने के रास्ते खोल दिये। सरकार चाहती है कि उससे कोई सवाल ने पूछे कोई उससे रोजगार की बात नहीं करे। उन्होंने कहा कि कैसे उस सरकार का अभिभाषण सुने जिस प्रदेश में गायों की हत्या हो रही हो। सरकार सिर्फ एक रुपए 60 पैसे गायों के रखरखाव के लिए दे रही है, इतना कम बजट से गायों का पालन पोषण कैसे होगा। सरकार राज्यपाल के जरिए अपनी उपलब्धियां गिनाने जा रही है, लेकिन प्रदेश की तस्वीर इससे अलग है। पटवारी ने कहा कि यह सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। पंचायत के चुनाव सरकार नहीं करवाना चाहती है। पटवारी ने आरोप लगाया कि किसानों का कर्जा यह सरकार खा गई, बीमा राशि में अनियमितताएं हो रही है। तीन लाख करोड़ के कर्ज में मेरा प्रदेश हो गया है। इस प्रदेश को बेरोजगारी, बलात्कार, भ्रष्टाचार में नंबर वन इस सरकार ने बना दिया। इसलिए वे राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार करते हैं।
ये लोकतंत्र का अपमान है: नरोत्तम
इधर जीतू पटवारी के अभिभाषण का बहिष्कार करने को लेकर संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से चर्चा में कहा है कि यह लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने कहा कि पटल पर आने से पहले जीतू पटवारी के पास अभिभाषण आया कैसे और जब आया नहीं तो क्या बिना पड़े अभिभाषण का बहिष्कार कर रहे हैं। ये गंभीर विषय है।
इनका कहना
मेरा पूरा प्रयास मध्य प्रदेश में 2023 में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाने का है। हम उसके लिए संघर्ष कर रहे हैं। जिस तरह से भाजपा ने बहुमत का अपमान करते हुए जोड़तोड़ से सरकार बनाई उसको लेकर हम जनता के बीच में हैं। हम जनता को बता रहे हैं कि भाजपा ने किस तरह से जनमत के साथ धोखा किया। कांग्रेस पार्टी कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाएं, इसे लेकर हम सब एक जुट होकर काम कर रहे हैं। जीतू पटवारी, विधायक कांग्रेस