बिजली की गड़बड़ी से फूटा 1 करोड़ का 25 बेड का बैलून वार्ड
राजगढ़
कोविड-19 के दौरान विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाई गई, इसको लेकर दान के माध्यम से कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही थी। इसी क्रम में अमेरिकन इंडियन फ ाउंडेशन के माध्यम से राजगढ़ में 50 बेड का बैलून के दो वार्ड उपलब्ध कराए गए थे। लेकिन दान में मिले इस 50 बेड के अस्पताल की कद्र जिला चिकित्सालय द्वारा शुरू से ही नहीं की गई। जिसमें जरा सी भी टूट-फू ट होने पर बाजार उसका किसी तरह का मेंटेनेंस अस्पताल के माध्यम से कराया जाए, इसकी एक छोटी सी कील के लिए भी संस्था को ही कॉल किया जाता है। इसी का नतीजा है कि अभी बैलून वार्ड को बने हुए 1 साल भी नहीं हुआ और कई जगह इसमें टूट-फू ट हो गई है। इस बात के लिए मौजूद स्टाफ को एक बाथरूम बनाई गई, लेकिन उसके गेट का एक कब्जा टूट जाने के कारण आज भी यह गेट निकला पड़ा है, जबकि पिछले दिनों में एक गाय ने सामने लगी सीट को तोड़ दी थी उसे भी जुड़वाने में 3 स्क्रू लगाए जाने हैं, वह भी नहीं लगाए गए। आज भी वह प्लास्टिक की सीट टूटी पड़ी हुई है।
जिला चिकित्सालय में बनाए गए इस वार्ड को निर्धारित मात्रा में हवा की जरूरत होती है, लेकिन बताया जा रहा है की बिजली का मेंटेनेंस सही तरीके से नहीं होने के कारण में निर्धारित मात्रा से अधिक मात्रा में विद्युत सप्लाई होने से बैलून में हवा भरने का पंप है उसने तेजी से प्रेशर देना शुरू कर दिया। जिसके बाद देखते ही देखते बैलून में कसी हुई रस्सी तेज हवा होने के कारण खुल गई और यह फू ट गया।
सभी मरीजों को किया शिफ्ट
बता दें कि बिजली व्यवस्था सही नहीं होने के कारण पहले इस वार्ड के एसी बंद हुए थे, जिसके कारण पहले से ही मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करना शुरू कर दिया था। लेकिन एकाएक तेजी से बिजली की सप्लाई की गई और देखते ही देखते बलून फू ट गया। जिसके कारण तेजी से वहां के मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। अब एक मरीज वार्ड के अंदर नहीं है।