डिजिटल होती दुनिया में बन रहे बेशुमार मौके, कंटेंट राइटरों की भारी मांग
नई दिल्ली
डिजिटल मीडिया के दौर में कंटेंट राइटरों की भारी मांग है। कोरोना काल के बाद से इसका स्वरूप तेजी से बदला है। अब यह मार्केटिंग का एक दमदार टूल बनकर सामने आया है। आमतौर पर कंटेंट राइटिंग डिजिटल मार्केटिंग के उद्देश्यों के लिए वेब कंटेंट की प्लानिंग, राइटिंग व एडिटिंग की प्रक्रिया है। यह एक व्यापक क्षेत्र है, जिसमें ब्लॉग, पोस्ट, गाइड, ट्यूटोरियल या आर्टिकिल लिखने से लेकर वीडियो, पॉडकास्ट की स्क्रिप्टिंग आदि शामिल है। कंटेंट राइटिंग में लेखक को एक विषय दिया जाता है, जिसमें सीमित शब्दों में अपनी बात को टारगेट समूह तक पहुंचाना होता है। कंटेंट राइटर कीवर्ड का इस्तेमाल कर अपने कंटेंट को बेहतर बना सकता है।
क्या हैं संभावनाएं
इस क्षेत्र में रोजगार की भरमार है। न्यूजपेपर व मैगजीन से लेकर न्यूज चैनल, वेबसाइट व न्यूज पोर्टल में लोगों को लगातार काम मिल रहा है। इसके अलावा सोशल मीडिया मार्केटिंग एजेंसी, पीआर व एड एजेंसी, डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में भी नियुक्तियां निकलती हैं। डिजिटल मीडिया और गूगल के अलावा मल्टीनेशनल कंपनियां, स्टार्टअप और ई-कॉमर्स कंपनियों में फुल व पार्टटाइम कंटेंट राइटर रखे जा रहे हैं। भारत में अधिकांश सॉफ्टवेयर कंपनियां अपना यूजर मैनुअल व अन्य टेक्निकल डाक्यूमेंट तैयार करने के लिए कंटेंट राइटरों की सेवा लेती हैं। फ्रीलांसिंग के रूप में भी बहुत बड़ा स्कोप सामने आया है। इस क्षेत्र में आपको क्रिएटिव कंटेंट राइटर, डिजिटल कंटेंट फ्रीलांसर, मार्केटिंग कंटेंट राइटर, वेब कंटेंट मैनेजर, टेक्निकल राइटर, रिज्यूमे राइटर या साइंस राइटर के तौर पर अवसर मिलेंगे।
कब कर सकेंगे कोर्स
इस क्षेत्र में पैर जमाने के लिए एक विशेष तरह की लेखनी की जरूरत पड़ती है। मास कम्यूनिकेशन की डिग्री आपको वो कौशल देगी। मीडिया या जर्नलिज्म से सम्बंधित कई ऐसे बैचलर कोर्स हैं, जिन्हें बारहवीं के बाद भी किया जा सकता है। इसके बाद पीजी डिप्लोमा और मास्टर्स की राह आसान हो जाती है। आजकल क्रिएटिव या कंटेंट राइटिंग के अलग से भी सर्टिफिकेट कोर्स कराए जा रहे हैं। एडवरटाइजिंग या वेब जर्नलिज्म के पाठॺक्रम भी इसमें सहायता प्रदान करते हैं।
क्या होगी आय
सफलतापूर्वक कोर्स करने के बाद प्रोफेशनल्स को 20-25 हजार रुपये आसानी से मिल जाते हैं। तीन-चार साल के अनुभव के बाद यह राशि बढ़कर 40 से 50 हजार रुपये प्रतिमाह हो जाती है। यदि फ्रीलांसर के तौर पर काम कर रहे हैं, तो आर्टिकल के हिसाब से भुगतान लिया जाता है। भुगतान राशि विषय और लेख पर निर्भर करती है। खुद की वेबसाइट या ब्लॉग के जरिए आप 25-30 हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से कमा सकते हैं। मल्टीनेशनल कंपनियां प्रोफेशनल्स को अच्छे पैकेज पर रखती हैं।
विषय को समझें
इस क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए, आप जिस विषय को भी चुनें, उसकी अच्छी समझ व उसके बारे मेंस्पष्टता होना बहुत जरूरी है। आपके विषय और विचार की समझ जितनी अच्छी होगी, आप उतना ही बेहतर कंटेंट लिख सकेंगे। प्रोफेशनल को टेक्नोलॉजी फ्रेंडली होना होगा। यदि डिजिटल मीडिया के लिए लिख रहे हैं, तो उन्हें एसईओ व डिजिटल मार्केटिंग की आधारभूत जानकारी होना जरूरी है।