बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए नई पहल
ग्वालियर
समुदाय के स्वास्थ्य एवं पोषण विषयों पर भागीदारी एवं ‘सुपोषित भारत’के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शासन नई पहल करने जा रही है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में 21 से 27 मार्च 2022 तक स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा के आयोजन किए जाएंगे। स्पर्धा का उद्देश्य 0 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के पोषण स्तर में सुधार लाना, बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित मुद्दों के साथ बड़े पैमाने पर समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव पैदा करना है। साथ ही आंगनवाड़ी सेवाओं से छूटे क्षेत्र के 6 वर्ष तक की आयुवर्ग के बच्चों को भी अभियान में शामिल कर समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों में बच्चों के पोषण के प्रति परिवार एवं समुदाय को जागरूक करना एवं स्वस्थ रहने के लिए परिवार एवं बच्चों में स्पर्धा की भावना को बढ़ावा देना है।
इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक ने बताया कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार प्रदेश के सभी जिलों के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली स्पर्धा आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत, स्कूल, विशेष कैम्प, स्वास्थ्य केंद्र घर आदि में की जाएगी। इसकी प्रविष्टि पोषण ट्रेकर एप के आनलाइन मॉड्यूल पर दर्ज की जाएगी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित जन्म से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को संभावित लक्ष्य के विरूद्ध श्रेष्ठ उपलब्धि वाले संभाग, जिले, परियोजना, सेक्टर और आंगनबाड़ी केंद्रा का स्वस्थ्य बालक- बालिका स्पर्धा के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तर से भी पुरस्कृत किया जायेगा। स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा के आयोजन समुदाय को पोषण, स्वास्थ्य और कल्याण के मुद्दों को और अधिक संवेदनशील बनाएंगे। इसका उद्देश्य माता-पिता और बच्चों में स्वस्थ्य रहने के लिए प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करना भी है।
57 फीसद बच्चों को लाभ मिल रहा है
वर्तमान में 0 से 6 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 57 प्रतिशत बच्चों को एकीकृत बाल विकास सेवा का लाभ प्राप्त हो रहा है। इस तरह के आयोजनों से शेष बच्चों को भी योजना में पंजीकृत होने और इसका लाभ प्राप्त करने के लिये प्रेरणा मिलेगी। यह स्पर्धा बच्चों में कुपोषण और समय पर उपचारात्मक हस्तक्षेप के लिए नियमित निगरानी के महत्व को स्थापित करेगी। स्पर्धा में 0 से 6 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों की ऊंचाई, लंबाई और उम्र का डेटा संकलित करने में मदद मिलेगी। इससे प्रदेश एवं सभी जिलों से स्टंटिंग, वेस्टड और कम वजन के बच्चों का चिन्हांकन हो सकेगा। स्वस्थ्य बालक-बालिका स्पर्धा 21 मार्च से समारोह पूर्वक मनाया जाएगा। प्रथम 2 दिवस प्रात: 9 बजे से शाम 5 बजे के मध्य आंगनबाड़ी पर ही बच्चों का शारीरिक माप किया जायेगा। इसके अतिरिक्त 23 से 27 मार्च तक प्रतिदिन प्रात: 9 बजे से 1 बजे तक केन्द्र स्तर पर बच्चों का शारीरिक माप किया जायेगा । टोले, मजरे, अनकवर्ड क्षेत्र के छूटे हुए बच्चों का आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहयोगी। संस्थाओं द्वारा शारीरिक माप हितग्राही के घर जाकर लिया जाएगा। शहरी क्षेत्र जो आंगनबाड़ी केंद्र के बाहर हैं, उनमें प्रत्येक कॉलोनी/हाउसिंग सोसायटी में घर-घर जाकर जन्म से 6 वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों का शारीरिक माप लिया जाएगा।