क्या कांग्रेस ने डुबोई गोवा फॉरवर्ड पार्टी की नैया? प्रमुख बोले- आज मेरी पार्टी को नुकसान हुआ
पणजी
गोवा विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाली गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई कांग्रेस के प्रदर्शन से निराश हैं। उन्होंने कांग्रेस के साथ चुनाव से पहले गठबंधन को आधे-अधूरे मन की साझेदारी बताया है। विधानसभा चुनाव परिणाम में गोवा फॉरवर्ड पार्टी को 1 और कांग्रेस को 11 सीटें मिली थी। जबकि, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने गोवा विधानसभा की कुल 40 में से 20 सीटें अपने नाम की थी।
इंडिया टुडे से बातचीत में सरदेसाई ने बताया कि उन्हें लगता था कि कांग्रेस का पास जीतने का बड़ा मौका है। उन्होंने कहा, 'मेरे लोग चाहते थे कि मैं जीतूं और मंत्री बनूं। हम जानते थे कि कांग्रेस जीतेगी और इसलिए मैंने काफी कुर्बानियां दी। मैंने लोगों की इच्छाओं को सुना और पार्टी के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचा। आज मेरी पार्टी को नुकसान हुआ है। हमने 7 सीटें मांगी थी, लेकिन हमें केवल 3 ही मिली। मैंने पर्याप्त मोल भाव नहीं किया और नतीजा यह हुआ कि मेरी पार्टी को नुकसान हुआ और गोवा को नुकसान हुआ।'
स्थिति को लेकर जब सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, 'मैंने कहा था कि सभी विपक्षी दलों को साथ लाते हैं। लेकिन कांग्रेस को लगा कि गठबंधन की वकालत करना मेरी कमजोरी है। अंत में नतीजा यह हुआ कि आधे अधूरे मन से गठबंधन तैयार हुआ।' सरदेसाई का कहना है, 'हम यह नहीं कह सकते है कि भाजपा ने लोगों के साथ बेईमानी की और जीती। हमें सच्चाई का सामना करना होगा। अब आत्ममंथन करना है।'
सरदेसाई का मानना है कि अगर कांग्रेस ने चुनाव के लिए योजना बनाई होती, तो नतीजे गठबंधन के पक्ष में आते। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस का नेतृत्व एक-एक व्यक्ति कर रहे हैं। जीत के लिए आग की जरूरत होती है, जो आज पार्टी से गायब है। इसलिए आज यह स्थिति है। कांग्रेस की तरफ से पूरे चुनाव का प्रबंधन गलत तरीके से किया गया।' हालांकि, सरदेसाई को कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से कोई शिकायत नहीं है। वे योजना और आपसी सहयोग की कमी और गलत प्रबंधन के लिए स्थानीय नेतृत्व को जिम्मेदार मानते हैं।
उन्होंने कहा, 'पार्टी ने फंड और संसाधन दिए। लेकिन आखिरी समय तक उम्मीदवारों के बीच भी दुविधा की स्थिति थी। देर तक तीन-तीन उम्मीदवारों पर विचार किया गया और देरी के चलते अन्य दो पक्ष बदल गए।' सरदेसाई इस बात पर दुख जाहिर करते हैं कि कांग्रेस ने चुनाव में हार के लिए उन्हें जिम्मेदार माना। GFP प्रमुख ने बताया कि चुनाव से पहले गठबंधन के चलते उन्होंने सबसे ज्यादा नुकसान उठाया है।