
सीहोर। हमारे पूर्वज वर्षो से खेती करते आए है उस जमीन पर जबरदस्ती अस्पताल और स्कूल बनाया जा रहा है। प्रशासन ने मुआवजा राशि देने से भी इंकार कर दिया है। आदिवासी परिवार के पक्ष में पूरा गांव और पंचायत सदस्य भी गबाही दे चुके है। बावजूद इस के आदिवासी परिवार न्याय के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। पूर्वजों की जमीन का पर्याप्त मुआवजा राशि देने की मांग को लेकर मंगलवार को परिवार ने जनसुनाई में गुहार लगाई है।
रेहटी क्षेत्र के ग्राम बोरी-डोंगरी निवासी रघुवीर आत्मज जगदीश गोंड ने बताया की सरकार के द्वारा ही पूर्वजो को खेतीबाड़ी के लिए भूमि दी गई थी जिस का लगान भी लगातार परिवार के सदस्य लगभग चार एकड़ भूमि का तहसील कार्यालय में जमा करते रहे है। पंचायत के सरपंच व सचिव ने परिवार को बिना सुचना दिये ही भूमि पर अस्पातल और स्कूल बिल्डिंग बनाने कि स्वीकृति प्रशासन को दे दी। भूमि पर अस्पताल और स्कूल का निर्माण किया जाए इस में कोई अपत्ति परिवार की नहीं है सभी सदस्य कृषि से हीं जुड़े है लेकिन भूमि का मुआवजा प्रदान किया जाए जिस से जीवन यापन के लिए अन्य कही खेती के लिए जमीन खरीदी जा सकें। क्योंकी इसी भूमि से परिवार का भरण-पोषण होता था। गांव के मनीष, वचन लाल, ज़िला बानो, राजु मालवीय, मुकेश यादव जगदोश, कृपावाई, रामविलास, मगनलला, सुनीता पर्ने, सत्यरावी, राजेन्द्र उइके, रामसिद आदि ग्रामीणों ने आदिवासी परिवार को न्याय देने की मांग जिला प्रशासन से की है।