
सीहोर। शहर के छावनी स्थित बड़ा बाजार में सैकड़ों भक्तों की आस्था का केन्द्र 150 वर्ष प्राचीन शिव मंदिर का निर्माण कार्य जारी है। इसके निर्माण और आगामी दिनों में भव्य रूप से शिव परिवार की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए एक विशेष बैठक आयोजन आगामी 24 अपै्रल को किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी कमलेश पारीक ने बताया कि शिव मंदिर के नव निर्माण के तहत आयोजित तीन दिवसीय शिव परिवार प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव आस्था और उत्साह के साथ पंडितों ने विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ शिवलिंग, नंदी व अन्य मूर्ति की विधिवत स्थापना प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न करवाया जाएगा। इस दौरान पूर्णाहुति, कलश स्थापना व भंडारे के आयोजन को लेकर बैठक में चर्चा की जाएगी। प्राण-प्रतिष्ठा के तहत मंदिर परिसर की फूलों से आकर्षक सजावट आदि की जाएगी। मई माह में होन वाले कार्यक्रम को लेकर मंदिर समिति द्वारा आयोजन की तैयारियां जोरों पर है। सोमवार को समिति के पदाधिकारी महेश पारीक आदि द्वारा मंदिर में जारी निर्माण कार्यों को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि मंदिर का निर्माण राजस्थान से विशेष प्रकार के लाल पत्थरों से नरसिंहगढ़ के कलाकारों के द्वारा कराया जा रहा है। भगवान शिव की मूर्ति के अलावा मां पार्वती और गणेश मूर्ति की स्थापना की जाएगी। बैठक के दौरान प्रमुख रूप से पुरुषोत्तम कुईया, शैलेश राठी, मनोज जैन, आशीष गुप्ता, मनोज दीक्षित मामा, हेमंत रुठिया, अंबर जैन, प्रमोद पारीक, भगवान दास सोनी, सोनू, रामू सोनी, ऋषिराज शर्मा, मोनू, राजेन्द्र चौधरी, राजकुमार सोनी, संजय सोनी, मोनू शर्मा, गोलू शर्मा, लोकेश राठी, राजकुमार सुगंधी और पिंकी शर्मा आदि शामिल थे।
वर्षों से पीपल के नीचे विराजमान भोलेनाथ
शहर के छावनी बड़ा बाजार स्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र प्राचीन शिव मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर कार्य जारी है, मई माह में होने वाले इस भव्य कार्यक्रम में कलश यात्रा निकाली जाएगी। मंडप प्रवेश, अग्नि स्थापना की जाएगी। स्थापित देवी-देवताओं का आह्वान किया जाएगा। पूजन, यज्ञ प्रारंभ व मूर्ति जलाधिवास, अन्नााधिवास कराया जाएगा। सात मई को देवी-देवताओं का नित्यार्चन, पूजन, हवन, मूर्तियों का स्नान, महाअभिषेक के पश्चात शोभायात्रा निकाली जाएगी। देवी-देवताओं का नित्यार्चन, पूजन, हवन, मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा, कलशारोहण, महोत्सव की पूर्णाहुति महाआरती के साथ की जाएगी। तत्पश्चात भंडारे का आयोजन शुरू किया जाएगा। प्राण-प्रतिष्ठा का संपूर्ण कार्य रमेश पारीक सहित आसपास के पंडित, पुजारियों द्वारा संपन्ना कराया जाएगा।