राजनीतिक

सोनिया गांधी ने दिया एकजुटता, दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता का संदेश

उदयपुर

खराब दौर से गुजर रही कांग्रेस पार्टी अब एक्टिव मोड में आ गई है. कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर राजस्थान के उदयपुर में आयोजित होने जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक चल रही है. सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद हैं.

सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर में हमारे करीब 400 सहयोगी शामिल होंगे. इनमें से अधिकतर पार्टी के संगठन या केंद्र की सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम सबके लिए ये समय कांग्रेस पार्टी का कर्ज चुकाने का है. निश्चित रूप से हमें आत्म आलोचना की जरूरत है लेकिन ये इस तरह नहीं किया जाना चाहिए जिससे आत्मविश्वास पर नकारात्मक असर न पड़े.

उन्होंने पार्टी में संतुलन सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का दावा करते हुए कहा कि हम चिंतन शिविर के दौरान छह समूह में विचार-विमर्श करेंगे. राजनीतिक और संगठन से जुड़े मुद्दों के साथ ही आर्थिक, सामाजिक न्याय, किसान, युवा को लेकर भी चर्चा की जाएगी. इसके लिए सभी को ये बता दिया गया है कि वे किस समूह में शामिल होंगे. चिंतन शिविर से निकले निचोड़ को 15 मई की दोपहर सीडब्ल्यूसी की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद उदयपुर नवसंकल्प को हम अपनाएंगे.

सोनिया गांधी ने पार्टी के पुनरुद्धार के लिए एकता, एकजुटता, दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता का स्पष्ट संदेश उदयपुर से देने की अपील की. उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि कोई जादू की छड़ी नहीं है. ये केवल निस्वार्थ कार्य, अनुशासन और निरंतर सामूहिक उद्देश्य की भावना से ही संभव हो सकता है. कांग्रेस अध्यक्ष ने ये भी कहा कि चिंतन शिविर निरंतर होने वाला एक आयोजन बनकर नहीं रह जाना चाहिए. हम इस शिविर से सामने वाली वैचारिक, चुनावी और प्रबंधकीय चुनौतियों का सामना करने के लिए एक पुनर्गठित संगठन की शुरुआत करेंगे.

उन्होंने पार्टी के संविधान में संशोधन के प्रस्ताव का जिक्र करते हुए कहा कि ये डिजिटल सदस्यता के साथ करना है. गौरतलब है कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक का एजेंडा उदयपुर चिंतन शिविर में पेश किए जाने छह प्रस्ताव पर चर्चा करना है. सीडब्ल्यूसी में विभिन्न मसलों को लेकर प्रस्ताव रखे जाएंगे.

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