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बिहार और पूर्वी यूपी को भी भिंगोएगा ‘असानी’, झमाझम बारिश के आसार; अलर्ट जारी

नई दिल्ली।

ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट पर 10 मई को चक्रवाती तूफान ‘असानी’ पहुंचेगा। इसकी वजह से ओडिशा, आसाम, पश्चिम बंगाल और बिहार तक बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है। पूर्वांचल में भी बारिश और मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। हालांकि कुछ मौसम वैज्ञानिक मान रहे हैं कि तूफान का रास्ता बदल भी सकता है।

मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को ओडिशा के तट की तरफ बढ़ रहे ‘असानी’ की गति कुछ धीमी पड़ी है। हालांकि तट तक पहुंचने पर चक्रवाती हवा की रफ्तार 115 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है और इससे तटवर्ती इलाकों में भारी तबाही की आशंका है। मौसम विभाग ने चक्रवात का असर बिहार तक पड़ने और इसके कारण पूर्वांचल में भी बूंदाबादी या मौसम में बदलाव का अनुमान जारी किया है। मौसम विभाग ने 12 मई को बनारस में अंधड़ और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि तूफान की पल-पल की अपडेट पर विशेषज्ञ नजर बनाए हैं। यह भी संभव है कि तूफान का रास्ता बदल जाए और यह तमिलनाडु की तरफ बढ़ जाए। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान के पूर्वांचल पर असर को लेकर अभी संशय है।

बिहार में आपदा प्रबंधन ने सभी जिलों को अलर्ट किया
चक्रवाती तूफान असानी की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलों को अलर्ट मोड में रहने को कहा है। विभाग ने कहा है कि इस तूफान से निबटने के लिए हर संभव आवश्यक कार्रवाई की जाए और सतत निगरानी रखी जाए। इस बाबत विभाग के ओएसडी संदीप कुमार की ओर से सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है। विभाग ने कहा है कि मौसम विभाग ने अलर्ट के माध्यम से सूचित किया है कि असानी चक्रवात की उत्पत्ति बंगाल की खाड़ी से हो रही है। इससे पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश के प्रभावित होने की चेतावनी दी गई है। बिहार में भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। इसके मद्देनजर ही विभाग ने कहा है कि असानी चक्रवात से उत्पन्न स्थिति के आलोक में बिहार के कई जिलों में तेज या हल्की हवा के साथ हल्की या मध्यम बारिश वज्रपात के साथ होने की संभावना है। यह देखते हुए सभी एहतियात कदम उठाए जाएं।

जिलों को कहा गया है कि स्थिति पर निरंतर निगरानी रखी जाए। जिलों को कहा गया है कि किसी भी तरह की स्थिति हो तो उसकी सूचना अविलंब मुख्यालय को दी जाए ताकि अप्रिय स्थिति होने पर पड़ोस वाले जिलों से भी आवश्यकतानुसार मदद की जा सके।

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