
रेहटी-नसरूल्लागंज।
सरकारी धन की किस तरह से लूट-खसोट मची हुई है, इसका उदाहरण सीहोर जिले की ग्राम पंचायतेें हैं। ज्यादातर ग्राम पंचायतोें में मनमानी का आलम है। सरपंच-सचिव मनमर्जी से कार्य कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि कहीं पर तीन माह पहले बनी सीमेंट-क्रांकीट की सड़क में दरार आ गई है तोे कहीं पर पंचायत का गेट बना दिया गया है, लेकिन अब उसे तोड़ना भी पड़ेगा।
सीमेंट-कांक्रीट की सड़क मेें तीन माह में आई दरार-
नसरूल्लागंज विकासखंड के तहत आने वाली ग्राम पंचायत सेमलपानी में तीन माह पहले गांव मेें एक किलोमीटर की सीमेंट-कांक्रीट की सड़क बनाई गई थी। बताया जा रहा है कि यह सड़क गांव की स्कूल से गांव के ही मंगल सिंह के घर तक बनाई गई थी, लेकिन घटिया निर्माण कार्य के कारण सड़क में दरारें आ चुकी हैं। सड़क से सीमेंट, गिट्टी में उखड़ते दिखाई दे रहे हैं। इस मामले में सेमलपानी के सरपंच स्वरूपसिंह से बातचीत की तोे उन्होंने बताया कि सड़क को तय मानकों के आधार पर ही बनाया गया है। डीपीआर के आधार पर जो स्टीमेट था उसी स्टीमेट के तहत इसे बनाया गया है।
2 लाख में बनाया स्वागत द्वार, अब टूटेगा-
इधर नसरूल्लागंज विकासखंड की ही बोरघाटी पंचायत में दो लाख रूपए की लागत से स्वागत द्वार बनवाया गया है। अब इस स्वागत द्वार को तोड़ने की नौबत आ रही है। दरअसल जिस स्थान पर यह स्वागत द्वार बनवाया गया है, वहां से नेेशनल हाईवे बायपास को मुख्य मार्ग से जोड़ा जा रहा है। इसके कारण यह स्वागत द्वार का टूटना तय है। इस संबंध में जब ग्राम पंचायत बोरघाटी के सरपंच धर्मेंद्र यादव से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि स्वागत द्वार बनवाया गया है, लेकिन यह पता नहीं था कि यहां पर बाईपास को जोड़ा जाएगा। हालांकि हमनेे स्वागत द्वार दूर से लिया है, लेकिन अब देखतेे हैैं कि क्या होगा?