राजनीतिक

एकनाथ शिंदे ने किया 40 शिवसेना विधायकों के समर्थन का दावा

गुवाहाटी
 महाराष्ट्र के दिग्गज नेता और कभी मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार एकनाथ शिंदे एंड टीम की बगावत से उद्धव ठाकरे सरकार(Maharashtra Political Crisis) गिरने की स्थिति में है। राष्ट्रपति चुनाव(President Election 2022) से ठीक पहले महाराष्ट्र सरकार संकट में है। MLC चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे सहित बागी विधायकों को सूरत से असम के गुवाहाटी भेज दिया गया है। दावा किया जा रहा है कि शिंदे के साथ शिवसेना, NCP और निर्दलीयों को मिलाकर 40 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के पार्टी के खिलाफ बगावत करने के बाद शिवसेना ने अपने विधायकों को मुंबई के विभिन्न होटलों में रखा है। सत्तारूढ़ गठबंधन एमवीए के प्रमुख शिवसेना के पास 55 विधायक हैं, जिनमें से लगभग 15 शिंदे के साथ हैं।  इधर, गुवाहाटी हवाई अड्डे पर महाराष्ट्र के विधायकों के पहुंचने से पहले राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज सुबह गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल का दौरा किया, जहां महाराष्ट्र से आए विधायक ठहरे हैं।

40 विधायक यहां मौजूद हैं और हम सब बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व और उनकी भूमिका को आगे ले जाना चाहते हैं। असम में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे

शिवसेना के बागी MLAs गुवाहाटी में रहेंगे
शिवसेना बागी विधायक अपने लीडर एकनाथ शिंदे के साथ सूरत से होटल छोड़कर असम के गुवाहाटी ले जाए गए हैं। महाराष्ट्र के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना के लगभग 30 बागी विधायक सोमवार रात गुजरात के सूरत शहर में डुमास रोड पर एक होटल में ठहरे हुए थे। अब कुछ अज्ञात कारणों से उन्हें हवाई मार्ग से असम के गुवाहाटी शिफ्ट किया गया है। ये विधायक बुधवार तड़के एक लग्जरी बस में बैठकर हवाई अड्डे ले जाते दिखे।  गुवाहाटी पहुंचने पर बागी विधायकों को लेने भाजपा विधायक पहुंचे। असम में भाजपा विधायक सुशांत बोरगोहने ने कहा-"मैं यहां इन्हें (सूरत से गुवाहाटी आए विधायक) लेने आया हूं। मैं व्यक्तिगत रिश्ते की वजह से इन्हें यहां लेने आया हूं। मैंने गिनती नहीं की हुई है कि कितने विधायक यहां आए हुए हैं। मु्झे उन्होंने अपने कार्यक्रम के बारे में नहीं बताया है।"
शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे सहित बागी विधायकों को सूरत से असम के गुवाहाटी भेज दिया गया है। दावा किया जा रहा है कि शिंदे के साथ शिवसेना, NCP और निर्दलीयों को मिलाकर 41 विधायक हैं। इस बीच शिंदे ने उद्धव ठाकरे को भाजपा से गठबंधन करने का अल्टीमेटम दिया है।

जानिए महाराष्ट्र में राजनीति संकट से जुड़ीं कुछ बातें
मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा भेजे गए शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर और रवींद्र फाटक ने होटल में विद्रोहियों के साथ चर्चा की थी। हालांकि, ऐसा लगता है कि बातचीत सफल नहीं रही। भाजपा के एक नेता ने कहा कि शिवसेना के विधायकों को शिवसेना पार्टी के कार्यकर्ताओं के किसी भी टकराव से बचने के लिए गुवाहाटी ले जाया गया।

शिंदे के करीबी सूत्रों ने दावा किया कि उनके साथ करीब 30 विधायक हैं। महाराष्ट्र के मंत्री और कुछ विधायक विधान परिषद के चुनावों के कुछ घंटों बाद सोमवार देर रात सूरत के होटल पहुंचे, जिसमें विधानसभा में पर्याप्त संख्या में नहीं होने के बावजूद क्रॉस-वोटिंग के कारण यानी निर्दलीय विधायक और छोटे दलों के विधायकों के वोटों के चलते भाजपा को पांचवीं सीट मिलीं।

एकनाथ शिंदे ने सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भाजपा के साथ फिर से गठबंधन करके नई सरकार बनाने की शर्त रखी थी। ठाकरे ने अपने विश्वासपात्र मिलिंद नार्वेकर और शिंदे के सहयोगी रवींद्र फाटक को विद्रोही नेता से बात करने के लिए सूरत भेजा था, जो सोमवार रात तक वहां डेरा डाले हुए थे। ठाकरे और शिंदे की फोन पर बात भी कराई गई थी। शिंदे ने ठाकरे से भाजपा के साथ संबंध फिर से जोड़ने और कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन तोड़ने के लिए कहा था।

BJP राष्ट्रीय महासचिव, महाराष्ट्र प्रभारी और कर्नाटक के नेता सीटी रवि ने कहा-"कांग्रेस, NCP, शिवसेना में अशांति है। हमने धोखा देने का काम नहीं किया, धोखा देने का काम महाविकास अघाड़ी ने किया है। 2019 से लेकर आज तक उन्होंने जनता के हित में क्या काम किया है? विधायक कहां गए, ये महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और मंत्री आदित्य ठाकरे जी से पूछना चाहिए। एकनाथ शिंदे जनता के लीडर है उनके मन में क्या है ये मुझे नहीं पता।

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