राजनीतिक

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दिल्ली दौरे पर मंत्री गोपाल भार्गव ने कसा तंज, कहा मैं दिल्ली आने-जाने पर विश्वास नहीं रखता

जबलपुर
‘जो नेता दिल्ली जाते हैं, उससे बेहतर अगर आम जनता की योजनाओं को उन तक पहुंचाएं और उनका विकास करें तो ज्यादा बेहतर होगा.’ यह नसीहत और तंज भरा बयान जबलपुर पहुंचे प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने दिया है. मंत्री भार्गव मीडिया के उस सवाल पर यह बात कह गए जिसमें उनसे गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दिल्ली दौरे के बारे में पूछा गया. वे सोमवार को कोरोना संक्रमण की समीक्षा के लिए जबलपुर पहुंचे थे.

मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि कि वह बीजेपी के वरिष्ठ विधायक हैं और मंत्री भी हैं. वह कभी भी दिल्लीवादी या दिल्ली दौरों पर भरोसा नहीं करते. उनका यह भी कहना था कि बीजेपी अनुशासन की पार्टी है. इसमें सिफारिश, लॉबिंग या लाइजनिंग की कोई जरूरत नहीं पड़ती है. गौरतलब है कि प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा रविवार को अचानक दिल्ली पहुंचे थे. खबरें थीं कि वे किसी गोपनीय बैठक में हैं और अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया है. कुछ माह पहले भी उनका दिल्ली दौरा चर्चाओं में रहा. उनके इस दौरे से प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट शुरू हो जाती है.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तमाम प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने जिलों में जाकर तैयारियों का जायजा लें. इसी सिलसिले में जबलपुर प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव भी यहां पहुंचे. इस दौरान मंत्री गोपाल भार्गव ने कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे की तैयारियों का जायजा लिया. अधिकारियों से चर्चा के दौरान गोपाल भार्गव ने अस्पतालों के हालात, आईसीयू ऑक्सीजन बेड और दवाओं से संबंधित जानकारियां ली.

मंत्री भार्गव ने कहा की जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आ जाती है तो इससे लड़ने के लिए जिले के पास पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए. कोरोना की तीसरी लहर के दौरान निजी अस्पतालों की लूट पर भी लगाम लगाने के लिए गोपाल भार्गव ने कहा कि इस संबंध में कल भोपाल में कैबिनेट की बैठक होने जा रही है. कैबिनेट की बैठक में इस मामले पर भी चर्चा की जाएगी और निजी अस्पताल आम जनता से अवैध वसूली न कर सकें इसके लिए योजनाएं बनाई जाएंगी. पंचायत चुनाव को लेकर भी गोपाल भार्गव ने कहा कि पंचायत चुनाव रद्द होने के बाद पहली बार कैबिनेट बैठक होने जा रही है, लिहाजा पंचायती राज और मुख्यमंत्री से इस संबंध में चर्चा की जाएगी और तय किया जाएगा कि आने वाले समय में कब चुनाव संभव है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button