पश्चिम बंगाल में सच हुई भाजपा की भविष्यवाणी, द्रौपदी मुर्मू के लिए TMC विधायक ने की क्रॉस वोटिंग
कोलकाता
राष्ट्रपति चुनाव की नतीजों के बाद क्रॉस वोटिंग को लेकर चर्चाएं जारी हैं। खबर है कि पश्चिम बंगाल में भी तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक ने नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था। इधर, टीएमसी ने भी इसे लेकर जांच करने की बात कही है। हालांकि, पश्चिम बंगाल के अलावा देश के कई अन्य राज्यों से भी क्रॉस वोटिंग की खबरें सामने आई थीं।
नतीजे जारी होने के बाद भाजपा ने भी टीएमसी पर निशाना साधा और कहा कि यह विधायकों की निराशा को दिखाता है। भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, 'जैसा की मेरी तरफ से वादा किया गया था, बंगाल भाजपा के सभी 70 विधायकों ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के पक्ष में मतदान किया है। जबकि, एक ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस विधायक ने नव निर्वाचित राष्ट्रपति के लिए वोट किया है और 4 टीएमसी विधायकों ने अपने मतों को अमान्य कराना सुनिश्चित किया। पश्चिम बंगाल विधानसभा में श्रीमती मुर्मू जी के लिए 71 वोट डाले गए।'
टीएमसी सांसद शांतनु सेन का कहना है, 'हम इसे देख रहे हैं। हमारा पार्टी नेतृत्व निश्चित रूप से ही इसके बारे में चर्चा करेगा और जानकारी जुटाएगा। उनके किसी नतीजों पर आने से पहले विस्तार से विश्लेषण किया जाएगा।' खास बात है कि मुर्मू ने 64 प्रतिशत से ज्यादा वोट हासिल कर यशवंत सिन्हा को हराया है।
क्या कहते हैं बंगाल के आंकड़े
पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा के पास 70 विधायक हैं। जबकि, 18 जुलाई को हुए चुनाव में मुर्मू के खाते में 71 वोट आए थे। यहां सिन्हा को 216 वोट मिले और चार मत अमान्य करार दे दिए गए। इन अमान्य मतों के चलते भी अटकलें तेज हो गई हैं। दरअसल, अधिकारी ने पहले कहा था कि सत्तारूढ़ दल के कुछ विधायक जानबूझकर अपना वोट अमान्य करेंगे, ताकि मुर्मू को फायदा हो। साथ ही उन्होंने चुनाव के दिन एनडीए उम्मीदवार को 70 से ज्यादा वोट मिलने की बात कही थी।
यहां भी जमकर हुई क्रॉस वोटिंग
एकमात्र पश्चिम बंगाल ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों की विधानसभाओं में भी क्रॉस वोटिंग की खबरें सामने आईं। आंकड़े बताते हैं कि करीब 120 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। असम, झारखंड और मध्य प्रदेश विधानसभाओं में क्रॉस वोटिंग बड़ी संख्या में हुई है।