राजनीतिक

राज्यसभा के 19 सांसद एक हफ्ते के लिए सस्पेंड

नई दिल्ली
 
 

मॉनसून सत्र में महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी और जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी है. हंगामे के चलते राज्यसभा के 19 सांसदों को सदन से एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. इससे पहले सोमवार को कांग्रेस के चार सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था. बताया जा रहा है कि ये राज्यसभा सांसद सदन के वेल में प्रवेश करने और नारेबाजी करने के लिए एक हफ्ते के लिए निलंबित किए गए हैं.

संसद में विपक्ष लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है. सरकार का आरोप है कि विपक्ष संसद की कार्यवाही में बाधा डाल रहा है. जबकि विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार इन मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है.

ये सांसद हुए निलंबित

राज्यसभा में हंगामे को लेकर विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की गई. उपसभापति ने 19 सांसदों को निलंबित कर दिया. इन सांसदों में तृणमूल सांसद सुष्मिता देव, डॉ शांतनु सेन और डोला सेन, शांता छेत्री, मोहम्मद अब्दुल्ला, एए रहीम, एल यादव और वी वी. शिवादासन, अबीर रंजन विश्वास, नदीमुल हक शामिल हैं.

सदस्यों के निलंबन के बाद, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह फैसला भारी मन से लिया गया है। उन्होंने कहा, “अध्यक्ष ने विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों को निलंबित करने का फैसला किया है। हमने बार-बार कहा है कि हम मूल्य वृद्धि सहित किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं और इस मुद्दे पर चर्चा की उनकी मांग पर सहमत भी हुए हैं। वे लगातार सदन की कार्यवाही में खलल डाल रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि जब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वापस काम पर आएंगी तो महंगाई के मुद्दे पर चर्चा होगी। बता दें कि वित्त मंत्री अस्वस्थ हैं इसलिए वे संसद के मानसून सत्र में भाग नहीं ले पा रही हैं। गोयल ने कहा कि सरकार के आश्वासन के बावजूद विपक्ष ने लगातार सदन की कार्यवाही में बाधा डाली और अन्य सदस्यों के सवाल पूछने और बहस में भाग लेने के अधिकारों का उल्लंघन किया।

निलंबित राज्यसभा सांसदों में तेलांगना राष्ट्र समिति, द्रविड मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), भारतीय कम्युनस्टि पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनस्टि पार्टी सदस्य भी शामिल हैं। उपसभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से बार-बार अनुरोध किया कि वे अपने-अपने स्थान पर लौट जाएं और सदन की कार्यवाही में बाधा ना उत्पन्न करें। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों को चेतावनी भी दी लेकिन उनपर इसका कोई असर नहीं हुआ। हंगामा ना थमता देख और विपक्षी सदस्यों पर कोई असर ना होता देख संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने 10 सदस्यों को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया लेकिन जब ध्वनि मत से यह पारित हुआ तो हरिवंश ने 19 सदस्यों के नाम लिए और कहा कि इन सदस्यों को सप्ताह की शेष बैठकों से निलंबित किया जाता है।

सोमवार को चार सांसद हुए थे निलंबित

इससे पहले सोमवार को भी लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने महंगाई और GST की बढ़ती दरों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. लोकसभा में हंगामा करने को लेकर कांग्रेस के चार सांसदों को कार्रवाई की गई. मणिक्कम टेगोर, टीएम प्रतापन, ज्योतिमणी, रम्या हरिदास को इस पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया.

कांग्रेस ने संसद से सड़क तक किया हंगामा

उधर, मंगलवार को सोनिया गांधी से ईडी ने पूछताछ की. ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने संसद से सड़क तक जमकर हंगामा किया. कांग्रेसी सांसदों ने जहां ये मुद्दे सदन में उठाया तो कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस दफ्तर पर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसदों ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च निकाला. यहां राहुल गांधी धरने पर भी बैठे. इसके बाद पुलिस ने राहुल गांधी और कांग्रेस सांसदों को हिरासत में ले लिया. पुलिस के मुताबिक, राहुल गांधी और कांग्रेस के 50 सांसदों को हिरासत में लिया गया है.

 

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