रेहटी। रेहटी तहसील के ग्राम सोयत के पास टाईगर की सूचना से क्षेत्र में दहशत फैली हुई है। बताया जा रहा है कि उसने एक बछिया को खा लिया है तो वहीं कई मवेशियों को भी घायल कर दिया है। टाईगर के मूवमेंट की सूचना के बाद नायब तहसीलदार रेहटी जयपाल सिंह उइके एवं वन विभाग का अमला सोयत भी पहुंचा था। वन विभाग अपनी पूरी तैयारी के साथ गया था, लेकिन वहां पर कौन सा जानवर है इसकी अब तक शिनाख्त नहीं हो सकी है। वन विभाग का दावा है कि लकड़बग्घा ने जानवरों को घायल किया है। यहां पर टाईगर का मूवमेंट नहीं है।
रेहटी तहसील के आसपास के गांवों में कई बार टाईगर का मूवमेंट देखा गया है। ऐसा ही सूचना गत दिवस भी आई, जिसमें कहा जा रहा है कि रेहटी तहसील के ग्राम सोयत में स्थित हनुमान मंदिर के पास टाईगर का मूवमेंट है। उसने पास के खेत में एक किसान की टपरिया में अंदर बंधी एक बछिया को खा लिया है। कई अन्य पशुओं को भी घायल कर दिया है। टाईगर के मूवमेंट की सूचना के कारण लोग दहशह में भी है। वे अपने खेतों में भी नहीं जा पा रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना वन विभाग सहित प्रशासन को भी दी गई। इसके बाद नायब तहसीलदार जयपाल सिंह उइके, पटवारी देवेंद्र यादव, वन विभाग के डिप्टी रेंजर लोकेश पेठारी सहित वन विभाग का अन्य अमला जाल सहित अपनी पूरी तैयारी के साथ जानवर को पकड़ने भी पहुंचा था। वन विभाग द्वारा इधर-उधर सर्चिंग भी की गई है, लेकिन ऐसा कोई भी सुराग नहीं मिल पाया, जो साबित कर सके कि यहां पर टाईगर है। ग्राम सोयत के पूर्व सरपंच रामकृष्ण यादव ने बताया कि जिस तरह से जानवर ने टपरिया के अंदर घुसकर पशु पर हमला किया है उससे लगता है कि यह कोई बड़ा जानवर ही है। टपरिया के अंदर बंधी एक बछिया को पूरी तरह से खा लिया है। यह टाईगर भी हो सकता है। सरपंच हरिओम इवने का कहना है कि लोग जरूर कह रहे हैं, लेकिन अब तक देखा नहीं गया है।
वन विभाग बता रहा लकड़बग्घा-
वन विभाग के अधिकारी टाईगर के मूवमेंट से इंकार कर रहे हैं। वन विभाग की रेहटी रेंज के डिप्टी रेंजर लोकेश पेठारी का कहना है कि जिस मवेशी को नुकसान पहुंचाया गया है वह लकड़बग्घा ने पहुंचाया है। हालांकि वन विभाग की टीम अपनी पूरी तैयारी के साथ पहुंची थी, लेकिन ऐसा कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे यह पता चल सके कि वह कौन सा जानवर है।