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न्याय यात्रा के बहाने कांग्रेस की आदिवासी वोट बैंक में सेंधमारी

कांग्रेस ने आदिवासी वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए नेमावर कांड से जुड़े आदिवासियों का लिया सहारा

सीहोर, रेहटी। राजनीतिक दलों के लिए इस समय आदिवासी वोट बैंक सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके लिए सभी अपने-अपने स्तर से इन्हें साधने में भी जुटे हुए हैं। आदिवासियों का सहारा लेकर कांग्रेस भी इस वोट बैंक में सेंधमारी कर रही है। इसको लेकर कांग्रेस ने नेमावर में हुए आदिवासी हत्याकांड में बची परिवार की भारती कास्डे को लेकर न्याय यात्रा निकालना शुरू किया है। न्याय यात्रा की शुरूआत 1 जनवरी को नेमावर से हुई, जो कि विभिन्न स्थानों से होते हुए 6 जनवरी को बुधनी विधानसभा के रेहटी में पहुंची। यहां पर यात्रा का जोरदार स्वागत-सत्कार हुआ। इस दौरान जहां स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने यात्रा को अपना समर्थन दिया तो वहीं यात्रा में शामिल होने के लिए कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी रेहटी पहुंचे। उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए नेमावर के आदिवासी परिवार को न्याय दिलाने की मुख्यमंत्री से मांग की, साथ ही सरकार पर जमकर निशाना भी साधा। यात्रा भोपाल में मुख्यमंत्री निवास तक जाएगी।
यह थी घटना-
गत वर्ष 13 मई को नेमावर कस्बे से आदिवासी परिवार के पांच सदस्य ममता (45), रूपाली (21), दिव्या (14), पूजा (15) और पवन (14) अचानक लापता हो गए थे। इस संबंध में थाने में शिकायत की गई। पुलिस लापताओं को तलाशने की गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई थी, लेकिन पुलिस के हाथ कोई पुख्ता सबुत नहीं लग पा रहे थे। इस बीच रूपाली की लोकेशन ट्रेस होने से पुलिस के हाथ सुराग लगा। पुलिस ने 48 दिन बाद 29 जून को मेला रोड स्थित एक खेत के गड्ढे से पांच नर कंकाल बरामद किए। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी सुरेंद्र है। रूपाली का सुरेंद्र से प्रेम प्रसंग था, जबकि सुरेंद्र की कहीं और शादी तय हो गई थी। इस बीच प्रेमिका सुरेंद्र को तंग करने लगी। इसी के चलते सुरेंद्र ने उसे रास्ते से हटाने के लिए युवती सहित उसके परिवार की हत्या अपने साथियों के साथ मिलकर कर दी और जमीन में गाड़ दिया।
न्याय के लिए हो चुकी सीबीआई जांच की सिफारिश-
नेमावर हत्याकांड को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार ने जहां पीड़ित परिवार के लिए 41 लाख 25 हजार की सहायता राशि का ऐलान कर दिया है जो वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी ले जाया गया है। हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सुरेंद्र सिंह और उसके भाई वीरेंद्र के मकान और दुकानों को भी प्रशासन ने जीसीबी से ध्वस्त कर दिया गया है। इसके अलावा दूसरे आरोपी विवेक के पैतृक घर को भी प्रशासन ने ढहा दिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की सिफारिश भी की है।
भाजपा सरकार पर साधा निशाना-
न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए आए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार पर जमकर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि एक आदिवासी परिवार को न्याय पाने के लिए यात्रा निकालना पड़ रहा है, लेकिन सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासियों के नाम पर योजनाएं तो कई चला रही है, लेकिन इनका लाभ इन्हें नहीं मिल रहा है।

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