रेहटी। 100 डॉयल ने एक बार फिर नेकी का काम करके एक पांच वर्षीय बालक कान्हा को अपने परिजनों से मिलवाया। दरअसल रेहटी थाना पुलिस की 100 डॉयल को सूचना मिली कि एक बालक रेहटी बस स्टैंड पर अकेला है। सूचना पर मौके पर पहुंची 100 डॉयल के चालक कपिल रघुवंशी एवं ड्यूटी पर तैनात आरक्षक ओमप्रकाश इरपाचे ने बच्चे को अपने संरक्षण में लिया। इसके बाद उससे पूछा कि वह रेहटी तक कैसे पहुंचा। बच्चे से उसके गांव का नाम पूछा। इस पर बच्चे ने सतराना बताया। दरअसल पांच वर्षीय कान्हा के पिता जितेंद्र एवं माता मजदूरी करके जीवनयापन करते हैं। वह अभी सतराना में रहकर मजदूरी कर रहे हैं। उनसे नजर चुराकर उनका पांच वर्षीय बेटा एक बस में बैठकर रेहटी तक पहुंच गया। यहां पर बच्चे को स्थानीय लोगों ने देखा तो उन्होंने 100 डॉयल को इसकी सूचना दी। इसके बाद 100 डॉयल की टीम बच्चे को सतराना लेकर पहुंची। वहां पर बच्चे के पिता जितेंद्र से पूछताछ करके बच्चे को उनके सुपुर्द कर दिया गया।