दिवाली के अगले दिन लगने जा रहा है सूर्यग्रहण, 27 साल बाद घटेगी ये अद्भुत घटना
दिवाली का पर्व कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है और इस साल कार्तिक अमावस्या को सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है.
लेकिन अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन रहेगी. ऐसे में दिवाली 24 तारीख की रात को मनाई जाएगी और सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर की शाम को लगेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सूर्य ग्रहण तुला राशि में लगने जा रहा है.
सूर्य ग्रहण का समय
इस साल सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को शाम 4:29 पर शुरू होगा और शाम 5:42 पर समाप्त हो जाएगा.
सूतक काल का समय क्या रहेगा?
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, जब ग्रहण लगता है तो उसके 12 घंटे पहले से सूतक काल आरंभ हो जाता है. ऐसे में इस बार दीपावली व गोवर्धन पूजा के बीच लगने वाले सूर्य ग्रहण का सूतक काल 25 अक्टूबर की सुबह 4 बजकर 22 मिनट से शुरू हो जाएगा.
क्या भारत में सूर्य ग्रहण का प्रभाव रहेगा?
25 अक्टूबर को लगने जा रहा सूर्य ग्रहण भले ही भारत में आंशिक रूप से दिखाई देगा लेकिन ज्योतिष का मानना है यह समान रूप से प्रभावित करेगा. ऐसे में सूतक काल और ग्रहण के समय सावधानियां बरतना बेहद आवश्यक है.
कब बनती है सूर्य ग्रहण की स्थिति
बता दें कि जब धरती सूर्य की परिक्रमा करती है और धरती की परिक्रमा चंद्रमा करता है, तब कुछ स्थिति ऐसी बन जाती है, जिसमें सूर्य और धरती के बीच में चंद्रमा आ जाता है, जिससे सूर्य की रोशनी को कुछ समय के लिए चंद्रमा ढक लेता है और सूर्य ग्रहण लग जाता है.
27 साल पहले बना था ऐसा अद्भुत संयोग
भारत में ये सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से देखा जा सकेगा. इसका आरंभ 25 अक्टूबर को दिन में 02 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर शाम 06 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। ये सूर्य ग्रहण करीब 4 घंटे 3 मिनट का होगा.
शास्त्र के जानकारों के मुताबिक इस तरह की स्थिति 27 साल पहले 1995 में बनी थी जब दिवाली के दिन ही सूर्य ग्रहण पड़ा था.