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जिस कारण आज दिल्ली प्रदूषण सहित हर बुरे मामले में नम्बर-1 बन गई है : चौ. अनिल कुमार

नई दिल्ली । दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार के नेतृत्व में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आई.टी.ओ. रेड लाईट पर पॉलूशन आन-केजरीवाल गॉन अभियान के तहत दिल्ली में खतरनाक प्रदूषण को नियंत्रित करने में फेल रही दिल्ली सरकार की नाकामियों की पोल खोली। प्रदेश अध्यक्ष ने रेड़ लाईट पर वाहन चालकों से बढ़ते प्रदूषण पर बातचीत की जिस पर लोगों ने सहमति जताते हुए कहा कि प्रदूषण रोकने के संबध में केजरीवाल सरकार को जो कदम उठाना चाहिए थे, उनमें पूरी विफल रहे। केजरीवाल सरकार ने पिछले 8 वर्षों में प्रदूषण रोकथाम के लिए बयानबाजी, बेअसर योजनाओं के अलावा कुछ नही किया।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी ने मिलकर दिल्ली को बर्बाद कर दिया है और आज दिल्ली प्रदूषण और हर बुरे मामले में नम्बर-1 बन गई है और अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली को विश्व में सबसे प्रदूषित राजधानी की पहचान दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 15 वर्षों में दिल्ली में कूड़े पहाड़ बना दिए जिन पर केजरीवाल ढकोसला करके राजनीति कर रहे है तथा 8 वर्षों में दिल्ली को प्रदूषित बनाकर लोगों को मौत के मुॅह में धकेल दिया है। राजधानी के प्रदूषण को कम करने की जगह अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहे है और दिल्ली छोड़ चुनावी पर्यटन पर दूसरे से नदारद है।  
चौ.अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस दिल्ली नगर निगम का चुनाव प्रदूषित दिल्ली बनाम चमकती दिल्ली के पैमाने पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि जिस विकसित दिल्ली को आम आदमी पार्टी और भाजपा ने बदहाल बना दिया है, हम दिल्ली को एक बार फिर संवारेंगे क्योंकि शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में हमने ही दिल्ली को संवारा था। कांग्रेस बनाऐगी ‘‘मेरी चमकती दिल्ली, मेरी कांग्रेस वाली दिल्ली’’। उन्होंने कहा कि दिल्ली से भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं को दिल्ली में अपनी जमीन खिसकती दिखाई दे रही है, क्योंकि दिल्ली की जनता भाजपा के 15 वर्षों और आम आदमी पार्टी 8 वर्षों के कुशासन से तंग आकर बदलाव करना चाहती है।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल का बयान कि दिल्ली सरकार ने पूसा आई.टी.आई. के साथ पराली गलाने का घोल बनाया पूरी तरह से दिल्ली की जनता को भ्रमित किया गया। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस ने 31 दिसम्बर, 2020 को पराली घोल के भ्रष्टाचार का खुलासा करके हमने कई सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा कि 2 सीज़न में अब तक 68 लाख के पराली गलाने के घोल पर 23 करोड़ खर्च होने के भ्रष्टाचार की जांच की जानी चाहिए क्योंकि दिल्ली की जनता भी पराली घोल के झोल को जानना चाहती है। वर्तमान में राजधानी में प्रदूषण का प्रमुख कारण पराली जलाने पर केजरीवाल का विचारधारा में बदलाव उनके बहरूपिये व्यक्तित्व को उजागर करता है। प्रदूषण नियंत्रण करने की नाकामियों में फेल अरविन्द केजरीवाल तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें।

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