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सावधान! ये है मौत का ‘इम्पोटेप’ अस्पताल…

नसरूल्लागंज। सीहोर जिले के नसरुल्लागंज तहसील मुख्यालय पर निजी इम्पोटेप अस्पताल है। यदि आप भी इस अस्पताल में इलाज के जिए जा रहे हैं तो थोड़ा सावधान हो जाइए। दरअसल ये इम्पोटेप अस्पताल मरीजों को बचाने के लिए कम और मौत देने के लिए ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां पर गलत इलाज से आए दिन मरीजों की मौतें हो रही हैं। अब एक प्रसूता की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों सहित अन्य लोगों ने अस्पताल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भोपाल-इंदौर रोड पर चक्काजाम कर दिया।
नसरुल्लागंज स्थित इम्पोटेप हॉस्पिटल में 2 दिन पहले डिलेवरी के बाद प्रसूता कि हालत विगड़ने पर उसे भोपाल रेफर किया गया। जहां प्रसूता की मौत हो गईं। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने चक्काजाम करते हुए नसरुल्लागंज थाना प्रभारी, एसडीएम एवं बीएमओ को ज्ञापन सौंपा। प्रसूता के परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों के गलत इलाज के कारण गंभीर स्थिति निर्मित हो गई थी। इसके कारण भोपाल रेफर किया गया। प्रसूता के पति मनोज माहेश्वरी का कहना है की मेरी पत्नि को डिलीवरी होने वाली थी, इसलिए 27 नवंबर को अस्पताल में भर्ती किया था। अस्पताल में पत्नी की डिलीवरी हुई। उसने बेटी को जन्म दिया, लेकिन डिलेवरी के तीन दिन बाद हमें बताया गया कि आपकी पत्नि को अटैक आया है। आप इन्हें लेकर भोपाल जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल स्टाफ के कारण ये स्थिति बनी है। पत्नी के टांके पूरी तरह नष्ट व कट गए थे। इसके कारण उसके कपड़े खून से लथ-पथ हो गए थे। इससे आशंका है कि वह गिर गई थी और अस्पताल के स्टॉफ ने ये बताया भी नहीं। इसके बाद अस्पताल स्टाफ द्वारा मेरी पत्नि को जब भोपाल ले गए तो सबसे पहले फै्रक्चर हास्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन यहां पर उन्हें येे नहीं बताया कि हार्टअटैक आया था। जब फै्रक्चर हास्पिटल में मूलभूल सुविधाएं नहीं मिली तो हमीदिया हास्पिटल लेकर गए। जब तक स्थिति ज्यादा बिगड़ गई थी और मेरी पत्नी की मौैत हो गई। इस पूरे मामले में हमीदिया अस्पताल द्वारा बताया गया कि इम्मोटेप हॉस्पिटल की गलती के कारण पत्नी की मृत्यु हुई है। इधर इस पूरे मामले में सीएमएचओ डॉक्टर सुधीर डेहरिया ने जांच के लिए तीन सदस्यीय चिकित्सकों की जांच समिति गठित की है। समिति को तीन दिनों में जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। समिति में तीनों चिकित्सक प्रथम श्रेणी स्तर के हैं।
पहले भी कई बार सामने आई लापरवाही-
नसरूल्लागंज स्थित इम्पोटेेप अस्पताल की लापरवाही पहले भी कई बार सामने आ चुकी है। अस्पताल स्टॉफ की लापरवाही के चलते कई लोगों की मौतें होे चुकी हैं। कई बार यहां पर धरना-प्रदर्शन भी हुए हैैं, लेकिन इसकेे बाद भी अस्पताल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हर बार अस्पताल को बचा लिया गया।

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