मांग के बावजूद मारुति-ह्यूंडई और होंडा-एमजी मोटर्स के वाहनों की बिक्री घटी
नई दिल्ली
मांग के बावजूद अप्रैल में बड़ी वाहन कंपनियों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है। मारुति सुजुकी इंडिया की घरेलू बिक्री अप्रैल, 2022 में 7 फीसदी घटकर 1,32,248 इकाई रह गई। पिछले साल अप्रैल में कंपनी ने कुल 1,42,454 वाहन बेचे थे। इस दौरान उसकी ऑल्टो और एस-प्रेसो जैसी मिनी कारों की बिक्री 32 फीसदी गिरकर 17,137 इकाई रह गई। स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर जैसी कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री 18 फीसदी गिरावट के साथ 59,194 इकाई रह गई।
हालांकि, यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 33 फीसदी ज्यादा रही। इस दौरान प्रतिस्पर्धी कंपनी ह्यूंडई की कुल थोक बिक्री 10 फीसदी घटकर 44,001 इकाई रह गई। अप्रैल, 2021 में कंपनी ने कुल 49,002 वाहन बेचे थे।
होंडा-एमजी मोटर्स में गिरावट
होंडा कार्स ने अप्रैल में 7,874 वाहन बेचे। यह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 13 फीसदी कम है। कंपनी ने अप्रैल, 2021 में कुल 9,072 वाहन बेचे थे। हालांकि, निर्यात बढ़कर 2,042 इकाई पहुंच गई। इसी प्रकार, एमजी मोटर्स की खुदरा बिक्री 22 फीसदी कम होकर 2,008 इकाई रह गई। कंपनी ने अप्रैल, 2021 में 2,565 वाहन बेचे थे।
टाटा मोटर्स में 74 फीसदी इजाफा
घरेलू वाहन कंपनी टाटा मोटर्स ने अप्रैल में कुल 72,468 वाहन बेचे। यह आंकड़ा अप्रैल, 2021 में बेचे गए कुल 41,729 वाहनों के मुकाबले 74 फीसदी ज्यादा है। कंपनी ने एक बयान में कहा, उसकी घरेलू बिक्री में भी 81 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है।
टोयोटा की बिक्री 57 फीसदी बढ़ी : कंपनी के वाहनों की बिक्री 57% बढ़कर 15,085 इकाई पहुंच गई। अप्रैल, 2021 में 9,600 वाहन बेचे थे। स्कोडा में 5 गुना बढ़ोतरी : वाहनों की बिक्री 5 गुना बढ़ोतरी के साथ 5,152 इकाई पहुंच गई।
आपूर्ति शृंखला के मोर्चे पर चुनौती
होंडा कार्स के निदेशक (बिक्री एवं विपणन) यूइची मुराता ने कहा, ग्राहकों के स्तर पर मांग मजबूत बनी हुई है, लेकिन आपूर्ति शृंखला से जुड़े मसले वाहन उद्योग के लिए चुनौती बने हुए हैं। इससे बढ़ती मांग को पूरा करने की क्षमता प्रभावित हो रही है।