LIC के IPO में है दिलचस्पी तो पॉलिसीहोल्डर्स जान लें 5 जरूरी बातें
नई दिल्ली
लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने अपने आईपीओ (इनीशियल पब्लिक ऑफर) के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर्स जमा करा दिए हैं। LIC की ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना है। LIC की तरफ से 13 फरवरी को फाइल किए गए ड्राफ्ट रेड हेयरिंग प्रॉस्पेक्ट्स (DRHP) के मुताबिक, उसके करीब 29 करोड़ पॉलिसीहोल्डर्स हैं। वित्त वर्ष 2021 में इश्यू की गईं इंडीविजुअल पॉलिसी की संख्या में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 74.6 फीसदी और इश्यू की गईं ग्रुप पॉलिसीज की संख्या में कंपनी की हिस्सेदारी 81.1 फीसदी रही। सरकार ने अभी इश्यू साइज का खुलासा नहीं किया है और जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है। अगर आप LIC पॉलिसीहोल्डर हैं और कंपनी के IPO में निवेश करना चाहते हैं तो इन चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
डीमैट अकाउंट में आएंगे कंपनी के शेयर
LIC पॉलिसीहोल्डर्स को यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि सभी सफल बिडर्स को IPO में इक्विटी शेयर्स केवल डीमैटेरालाइज्ड फॉर्म में अलोकेट होंगे। मतलब यह है कि ऑफर में आवेदन करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए। कोई भी पॉलिसीहोल्डर अपने स्पाउस, बेटे या किसी रिश्तेदार के डीमैट अकाउंट से आवेदन नहीं कर सकता है। ड्रॉफ्ट प्रॉस्पेक्ट्स के मुताबिक, किसी योग्य पॉलिसीहोल्डर को डिस्काउंट के बाद अलोकेशन की टोटल वैल्यू 2 लाख रुपये से ज्यादा नहीं हो सकती है।