आरबीआई के फैसले से रियल एस्टेट को मिलेगा बढ़ावा, नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे और बैंक देंगे सस्ता होम लोन

नई दिल्ली
जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी (रियल एस्टेट) कंपनियों ने रिजर्व बैंक के नीतिगत दर रेपो को यथावत रखने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि होम लोन पर ऐतिहासिक रूप से निचली ब्याज दर से रिहायशी संपत्तियों की मांग में वृद्धि बनी रहेगी। टाटा रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय दत्त ने कहा कि नीतिगत दर को यथावत रखने के निर्णय से मौजूदा ब्याज दरें बनी रहेंगी। इससे मकान खरीदरों को बहुत ही कम ब्याज पर अपने सपने का मकान खरीदने में मदद मिलेगी। अंतरिक्ष इंडिया समूह के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) राकेश यादव ने कहा कि रिजर्व बैंक ने जिस तरह फेड रिजर्व की नीतियों में बदलाव से पड़ने वाले संभावित असर की परवाह किए बगैर आर्थिक वृद्धि को बनाए रखने के लिए नीतिगत दर को स्थिर बनाए रखने का साहसिक फैसला किया है वह सराहनीय है। आरबीआई के इस कदम से कर्ज अभी सस्ता बना रहेगा, जिससे रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग बढ़ने के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
होम लोन देने वाला एनबीएफसी एलईएएफ फिनटेक के एमडी-सीईओ मिलिंद गोवर्धन ने कहा कि आरबीआई का निर्णय बैंकों को ब्याज दरों को कुछ और समय के लिए अपरिवर्तित रखने की अनुमति देगा जो हाल के दिनों में ऐतिहासिक निम्न स्तर पर आ गया है। यह घर खरीदारों के लिए अच्छी खबर है क्योंकि इससे कर्ज सस्ता रहने से उनके सामर्थ्य में वृद्धि होगी, खासकर उन लोगों के लिए जो होम लोन पर निर्भर हैं।
सीबीआरई के चेयरमैन और सीईओ (भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमान मैगजीन ने कहा, हमें उम्मीद है कि यह उदार रुख मकान खरीदने वालों तथा भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिये बेहतर साबित होगा। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि कोविड महामारी के बाद आवास क्षेत्र में मजबूती देखी जा रही है। ऐसे में कम ब्याज दर से वृद्धि को समर्थन मिलेगा।