बिज़नेस

रोजगार में 25% से अधिक योगदान देने वाले सर्विस सेक्टर का ग्रोथ पांच महीने के टॉप पर

 नई दिल्ली।  

 कारोबारी गतिविधियों में तेजी आने और उससे रोजगार में नए सिरे से वृद्धि होने से सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में सुधार आया है और अप्रैल में यह पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक अप्रैल में बढ़कर 57.9 पर पहुंच गया। मार्च में यह 53.6 पर था जो बढ़ती कीमतों के दबाव के बावजूद नवंबर के बाद से विस्तार की सबसे तेज दर दर्शाता है।

यह लगातार नौंवा महीना है जब सेवा क्षेत्र में उत्पादन में विस्तार देखा गया है। 'परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स' (पीएमआई) 50 से ऊपर गतिविधियों में तेजी को सूचित करता है जबकि 50 से नीचे गिरावट को बताता है। एसएंडपी ग्लोबल की इकनॉमिक्स एसोसिएट निदेशक पॉलिएना डि लीमा ने कहा, सेवा क्षेत्र के लिए पीएमआई आंकड़े ज्यादातर उत्साजनक हैं, वहीं मांग बढ़ने से नए कारोबारी प्रवाह और उत्पादन को मजबूती मिली। सर्वे में कहा गया कि निर्माण लागत के रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंचने के बावजूद भारतीय सेवा क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार लगातार बनी हुई है।

 बिक्री मूल्य जुलाई 2017 के बाद से सबसे तेज दर से बढ़ा है और मुद्रास्फीति बढ़ने से उपजी चिंताओं से कारोबारी भरोसा भी डगमगा रहा है। लीमा ने कहा, 'सेवा प्रदाताओं का कहना है कि उन्हें भोजन, ईंधन और कच्ची सामग्री के लिए अधिक भुगतान करना पड़ रहा है, कुछ ने कहा कि वेतन लागत बढ़ने से कुल खर्च भी बढ़ा है। मुद्रास्फीति की कुल दर सर्वे की शुरुआत के बाद से दूसरी बार के उच्चतम स्तर पर है जिससे कंपनियों को बिक्री मूल्य बढ़ाना पड़ रहा है। सर्वे में कहा गया कि कोविड-19 की पाबंदियां हटने से उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ गई और इस तरह मांग में भी काफी इजाफा हुआ है।

क्या है पीएमआई सूचकांक के मायने
इसे अंकों में मापा जाता है। 50 से अधिक रहने पर कारोबार में तेजी का संकेत होता है। जबकि 50 से नीचे रहने का मतलब कारोबारी गतिविधियों में गिरावट का संकेत होता है। इसे कंपनियों में खरीद प्रबंधकों के सर्वे के आधार पर तैयार किया जाता है। यह फिलहाल सेवा क्षेत्र और विनिर्माण क्षेत्र के लिए आंका जाता है।

नवंबर के बाद मार्च में पहली बार रोजगार बढ़ा
रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार के मोर्चे पर कंपनियों ने अप्रैल में भर्ती जारी रखी और नंवबर के बाद से रोजगार में पहली बार वृद्धि हुई है। जिन कंपनियों ने अतिरिक्त कर्मियों को काम पर रखा उन्होंने कहा कि इसकी वजह नए कारोबार में जारी वृद्धि है।

सेवा क्षेत्र के दायरे में क्या है
सूचना प्रौद्योगिकी, टेलीकॉम, बीमा, बैंकिंग, वित्तीय क्षेत्र, परिवहन, होटल एवं परिवहन, बंदरगाह आदि सेवा क्षेत्र में आते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जब अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ती है तो इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर में तेजी आती है।

 

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