ट्रेन के पहिए में खराबी आते ही पकड़ लेगी ये डिवाइस, NER के कर्मचारी ने की तैयार

गोरखपुर
पूर्वोत्तर रेलवे के एक कर्मचारी ने ट्रेन के पहिये की खराबी पकड़ने वाली सेंसर युक्त डिवाइस तैयार कर दी। इसे तैयार करने में उसने डिपो में पड़ी सामग्री का इस्तेमाल किया। सर्वेश दुबे वाराणसी स्थित कोचिंग डिपो में बतौर सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने डिपो में किफायती ऑडियो एवं विजुवल सिग्नल प्रदान करने वाली ऑटो डीप फ्लैंज सेंसिंग डिवाइस तैयार की है।
इस डिवाइस से बोगियों के पहिए में होने वाली डीप फ्लैंज (खराबी) बिना मशीन से देखे ही पकड़ में आ जाती है। इस उपकरण से कई बार समय से पहले ही खराबी की जानकारी हो गई और उसे दुरुस्त कर लिया गया। सर्वेश के इस योगदान को पूर्वोत्तर रेल प्रशासन ने सराहा। उन्हें इसके लिए महाप्रबंधक सम्मानित कर चुके हैं। सर्वेश की पहल से लाखों की बचत : सर्वेश की इस पहल से न सिर्फ एक बेहतर डिवाइस तैयार हुई बल्कि लाखों रुपये की बचत भी हुई। डिपो के अनुसार अगर इस उपकरण को बाहर के वेंडर से बनवाया जाता तो करीब सात लाख रुपये खर्च होते जबकि चंद हजार रुपये के खर्च में ही डिपो के अंदर उपलब्ध संसाधनों से उपकरण बना लिया।
ऐसे काम करती है डिवाइस
सर्वेश ने बताया कि यह डिवाइस आडियो और विजुअल सिग्नल पर आधारित है। डिवाइस पहिये में आई खराबी को रीड कर लेती है और उसे विजुअल के रूप पर स्क्रीन पर भेजती है। स्क्रीन पर आए विजुअल को देख फ्लैंज यानी की खराबी को आसानी से पकड़ लिया जाता है।