क्या आपका बच्चा भी देता है उल्टा जवाब
इस बात में कोई शक नहीं है कि बच्चे अपने आसपास से ही सीखते हैं। घर में पैरेंट्स और बाकी सदस्य जिस तरह से एक-दूसरे के साथ पेश आते हैं, वही बच्चा भी सीखता है। कुछ बच्चे अपने पैरेंट्स को उल्टा जवाब देना सीख जाते हैं जो कि आजकल नॉर्मल बात है। अब टीनएज नहीं बल्कि इससे कम उम्र के बच्चे भी पलटकर अपने पैरेंट्स को जवाब देने लगे हैं। जब कोई आपसे छोटा आपका अनादर करता है या उल्टा जवाब देता है, तो बहुत बुरा लगता है। वहीं अगर आपका खुद का बच्चा ऐसा करने लगे तो डर और ज्यादा बैठ जाता है कि कहीं आपका बच्चा बुरा या गलत व्यवहार ना अपनाने लगे।
अमूमन ऐसी स्थिति में पैरेंट्स को शांत रहकर बच्चे से बात करने की सलाह दी जाती है लेकिन अगर इससे बात ना बने तो पैरेंट्स को क्या करना चाहिए? अगर बच्चा आपको उल्टा जवाब देता है या बदतमीजी दिखाता है तो आपको क्या करना चाहिए।
अपने बच्चे से बात करें
बच्चे के रूड बनने या बदतमीजी करने की कोई वजह हो सकती है। ऐसे में बच्चे पर हाथ उठाने या चिल्लाने की गलती ना करें। उससे बात करें और उसकी प्रॉब्लम को समझकर उसका हल करने की कोशिश करें। अपने बच्चे को ना कहना सीखें। बच्चे से बात करते समय आपको अपने शब्दों का चयन काफी सोच-समझकर करना है।
पॉजिटिव और नेगेटिव
जब बच्चे गलत शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो पैरेंट्स अपना आपा खो बैठते हैं। माता-पिता को यह समझना होगा कि बच्चे को सही चीज बताने का क्या सही तरीका है। जरूरत पड़ने पर आप बच्चे को पॉजिटिव और नेगेटिव चीजों के बीच का फर्क समझाएं। जब वो कोई अच्छा काम करता है तो उसे गिफ्ट में कुछ दें। इससे बच्चा अच्छा बिहेव करने के लिए प्रेरित होगा।
रोल मॉडन बनें
अपने बच्चे के सामने अच्छा उदाहरण पेश करें। जब वो आपको अच्छी चीजें करते देखेगा तो खुद भी वही सीखेगा। इससे आपकी पैरेंटिंग ही नहीं बल्कि आपके खुद के बिहेवियर में भी सुधार आएगा।
बर्दाश्त ना करें
जब बच्चा आपको उल्टा जवाब देता है तो उसकी इस हरकत को बदर्शत ना करें और उसे जवाब दें कि वो अपने से बड़ों से इस तरह बात नहीं कर सकता है। उसे पता होना चाहिए कि वो क्या गलत कर रहा है। वहीं आप खदु भी उसकी तरह वायलेंट ना हो जाएं।
दूसरे पैरेंट्स से बात करें
अगर आपको समझ नहीं आ पा रहा है कि आपको क्या करना है और कोई भी ट्रिक काम नहीं कर पा रही है तो एक बार इस चीज को लेकर बाकी पैरेंट्स से बात कर के देखें। क्या पता उनकी कोई सलाह आपके काम आ जाए।
क्या ओके है
अपने बच्चे को स्पष्ट रूप से समझाएं कि क्या सही है और क्या गलत है। उसे समझाएं कि उसकी किस तरह की हरकतों को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।