BMC के 135 करोड़ अटके 26 विभागों में
भोपाल
भोपाल नगर निगम के 135 करोड़ रुपए बकाया 26 विभागों में हैं। इनमें सबसे ज्यादा स्वास्थ्य विभाग ने निगम से सर्विस लेने के बाद भी 13.42 करोड़ रुपए नहीं चुकाए हैं। खराब आर्थिक हालातों से गुजर रहे नगर निगम के अफसर अब हर विभाग को कभी नोटिस भेजकर तो कभी खुद जाकर सर्विस चार्ज जमा करने का तगादा कर रहे हैं।
अहम बात ये है कि सरकार ने अलग-अलग विभागों के बजट में सर्विस चार्ज का प्रावधान ही नहीं रखा है। तगादा करने पर विभाग भी निगम के सामने यही दलील देते हैं, इसलिए अब नगर निगम भोपाल ने पीएस फायनेंस को पत्र लिखकर इस बजट में सर्विस चार्ज का प्रावधान करने की गुजारिश की है। हाल ही में भौंरी पुलिस अकादमी ने नगर निगम को एक करोड़ रुपए अदा किए हैं। सर्विस चार्ज केवल सरकारी एजेंसियों या विभागों से लिया जाता है। इसके एवज में निगम उन्हें पानी, बिजली, कचरा कलेक्शन जैसी सुविधाएं देता है।
तीन तरह से लिया जाता है सर्विस चार्ज
निगम से एक भी सेवा न लेने वालों से भी 33% तक सर्विस चार्ज लिया जाता है।
आंशिक या एक सेवा लेने पर सर्विस चार्ज 50% तक लिया जाता है।
एक से ज्यादा सेवा लेने वालों से नगर निगम 75% तक सर्विस चार्ज लेता है।
इसलिए विभाग जमा नहीं कर रहे सर्विस चार्ज
कंगाली की कगार पर पहुंच चुके भोपाल नगर निगम को सर्विस चार्ज मिलने से ही काफी बड़ी राहत मिल सकती है। प्रदेश के वार्षिक बजट में सर्विस चार्ज का प्रावधान करने के लिए वर्ष 2017 में भी तत्कालीन निगम कमिश्नर ने डीओ लेटर लिखा था। इसके बाद भी सरकार ने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई। नतीजा ये रहा कि राज्य सरकार के 25 विभागों ने अपना सर्विस चार्ज जमा नहीं किया है।