सागर-कानपुर फोरलेन के लिए अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरु
छतरपुर
शहर से होकर गुजरने वाले दूसरे फोरलेन के लिए जमीन अधिग्रहण फरवरी में शुरु होगा। अभी महोबा में फोरलेन निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण शुरु हो गया है। सागर-कानपुर नेशनल हाइवे कबरई से सागर तक 232 किलोमीटर तक फोरलेन बनाया जाना है। जिसके लिए गुडग़ांव की कंपनी ने सर्वे भी शुरु कर दिया है। सर्वे की रिपोर्ट केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के पास मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। उसके आधार पर डीपीआर फायनल होगा। हालांकि इस प्रक्रिया में छह महीने का समय लगेगा, लेकिन शहर से गुजरने वाले दूसरे फोरलेन के निर्माण की दिशा में गतिविधियां शुरु हो गई है।
अधिग्रहण के बाद बनेगी डीपीआर
सागर से उत्तरप्रदेश के कबरई तक के लिए सागर लखनऊ इकोनॉमिक कॉरिडोर के नाम से फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाना है। इस फोरलेन से पूरे बुंदेलखंड को फायदा होगा। 232.7 किलोमीटर लंबा फोर लेन बनने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरु हो गया है। इसके साथ ही सर्वे का काम गुडग़ांव की यूआरएस स्कोर्ट बिलसन नामक कंपनी को दिया गया है। सर्वे के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होगी। इसके बाद पैररल स्वाइल इनवेस्टिगेशन, एलाइनमेंट समेत तकनीकि गतिविधियां कर फायनल नक्शा तैयार किया जाएगा। जिसके बाद फोरलेन निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी।
रास्ते में पडऩे वाले शहरों में बनेगा बायपास
232.7 किलोमीटर लंबे इस फोर लेन में बड़े कस्बों के यातायात को ध्यान में रखा गया है। इसमें सागर से निकलते हुए बंडा, शाहगढ़, बड़ामलहरा, हीरापुर, गुलगंज, छतरपुर, गढ़ीमलहरा, ऊजरा, श्रीनगर और महोबा में बायपास बनेगा। इसमें संबंधित एसडीएम को निर्देशित भी किया गया है कि वह सर्वे टीम को मांग अनुसार रिकार्ड भी उपलब्ध कराए। वर्तमान में कबरई से कानपुर हाइवे और कानपुर से लखनऊ के लिए फोरलेन पहले से बना हुआ है। 232.7 किलोमीटर लंबा सागर से कबरई तक फोरलेन बन जाने के बाद सागर और छतरपुर के व्यापारियों के लिए लखनऊ और कानपुर में परेशानी नहीं होगी।