पेंच नेशनल पार्क में टाइगर के बाद अब पक्षियों की गणना

छिंदवाड़ा
अभी तक पेंच नेशनल पार्क में सिर्फ टाइगर की गणना होती थी. यह पहला मौका है, जब पेंच नेशनल पार्क में पक्षियों का सर्वेक्षण किया जा रहा है, इस सर्वे के लिए 10 राज्यों के 65 विशेषज्ञों की टीम इन दिनों पार्क में पहुंची है. विशेषज्ञों की टीम पार्क में डेरा जमाए हुई है, 27 से 30 जनवरी तक चलने वाले इस सर्वेक्षण का काम इंदौर से आई संस्था वाइल्डलाइफ एंड नेचर कंजर्वेंसी के सहयोग से किया जा रहा है, सर्वेक्षण के लिए संस्था के माध्यम से पूरे देश से पक्षी विशेषज्ञ को उनके सर्वेक्षण के पूर्व के अनुभव एवं दक्षता के आधार पर बुलाया गया है.
पेंच नेशनल पार्क में 150 प्रजातियों के पक्षी
पेंच नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर अशोक मिश्रा ने बताया कि पार्क में करीब 150 अलग-अलग प्रजातियों के पक्षी हैं, सर्वेक्षण के बाद ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है. सभी विशेषज्ञ पेंच नेशनल पार्क के करमाझिरी रेंज में ठहरे हुए हैं.
मोबाइल ऐप के जरिए किया जा रहा सर्वे
डब्ल्यूएनसी के अध्यक्ष सुरेंद्र बागड़ा ने पेंच पार्क में पक्षी सर्वेक्षण के लिए आए सभी पक्षी विशेषज्ञों को पक्षी सर्वेक्षण के लिए मोबाइल एप्लीकेशन को संचालित करने के विषय में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस सर्वेक्षण में स्वयंसेवक मोबाइल ऐप के माध्यम से सर्वेक्षण का काम करेंगे, इसके लिए संपूर्ण पार्क के कोर एवं बफर क्षेत्रों में चिह्नित स्थलों पर एक-दो सदस्यों का दल बनाकर रवाना किया जा रहा है, जहां पक्षी विशेषज्ञ स्थानीय कर्मचारियों के सहयोग से ट्रांजैक्ट लाइन एवं ट्रेल पर चलकर सुबह-शाम दो पालियों में सर्वेक्षण का काम करेंगे.
30 जनवरी तक पूरा हो जाएगा सर्वेक्षण
पेंच नेशनल पार्क के डायरेक्टर अशोक मिश्रा ने बताया कि सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों की गणना करना है, ताकि प्रबंध हेतु योजना बनाते समय उनके प्राकृतिक आवास व्यवहार आदि के संबंध में बेहतर प्रयास किए जा सकें. सर्वे के जरिए नई प्रजाति के पक्षियों का भी सर्वे होगा. 30 जनवरी को सर्वेक्षण के बाद सभी दल करमाझिरी रेंज में इकट्ठे होंगे और डेटा इक्कट्ठा किया जाएगा. इसके बाद पता चल पाएगा कि पेंच नेशनल पार्क में कितनी प्रजाति के कितने पक्षी हैं.