आनंद सर्वे: सर्वेक्षण के लिए पैमाना तैयार, कोरोना कम होते ही शुरू होगा काम
भोपाल
कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में बंद हुआ आनंद विभाग अब पुन: अस्तित्व में आने के बाद दुगने उत्साह के साथ काम करने को तैयार है। लोगों के जीवन में आनंद कैसे बढ़े इसके लिए आनंद सर्वेक्षण कराने के लिए विभाग ने पैमाना तैयार कर लिया है। कोरोना संक्रमण की दर कम हो तो इस साल यह सर्वे करा लिया जाएगा।
भाजपा सरकार के कार्यकाल में एक बार फिर आनंद विभाग अपने पूर्व अस्तित्व में आ चुका है। विभाग ने अपनी गतिविधियों को भी तेज कर दिया है। आनंद विभाग प्रदेशवासियों के आनंद और सकुशलता मापने के पैमानों की पहचान करेगा तथा उन्हें परिभाषित करेगा। कोरोना संक्रमण की दर जैसे-जैसे कम होगी वैसे ही आनंद संस्थान प्रदेश के सभी जिलों में आनंद सर्वेक्षण शुरु कराएगा।आम आदमी के जीवन में कैसे आनंद बढ़ाया जाए इसे जानने के लिए प्रश्नावली विभाग ने तैयार कर ली है। आनंद संस्थान जिन लोंगों से जिलों में सर्वे कराएगा उन्हें एक प्रश्नावली सौपी जाएगी और इसके आधार पर वे अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग वर्ग के लोगों से फोन पर और व्यक्तिगत रुप से मुलाकात कर चर्चा करेंगे। इसमें वे लोगो से पूछेंगे कि जीवन में कौन-कौन सी बाते उन्हें प्रभावित करती है।
परिवार के सदस्यों के साथ उनके रिश्ते कैसे है। समाज से उनके संबंध कैसे है। अपने मित्रों, परिचितों के साथ उनकी स्थिति कैसी है। ऐसे कौन से पल है जो उनके जीवन में आनंद बढ़ाते है। किस तरह के काम और चर्चाओं में उनके जीवन में आनंद बढ़ता है। ऐसी कौन सी प्रमुख वस्तुए, कार्य, सुविधाएं है जिनसे उनके जीवन में आनंद बढ़ सकता है। ऐसे एक दर्जन से अधिक सवालों के जरिए आनंद विभाग जानेगा कि लोगों के जीवन में आनंद किस तरह बढ़ाया जा सकता है।
सर्वेक्षण का प्रकाशन होगा ताकि और लोग भी जाने आनंद बढ़ाने के गुर
जीवन में आनंद कैसे बढ़ाया जा सकता है इसके लिए सर्वे होंने और इसके विश्लेषण के बाद आनंद विभाग आनंद की स्थिति पर सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार कर उसे प्रकाशित करवाएगा। ताकि और लोग भी यह जान सके कि किन बातों से उनके जीवन में आनंद बढ़ सकता है और वे अपने परिजनों,मित्रों से अपने रिश्ते किस तरह अंौर बेहतर कर सकते है।
पूरे प्रदेश में लगेगी टीम
आनंद विभाग आनंद सर्वेक्षण के लिए पूरे प्रदेशभर में पहले से तैयार सांख्यिकी विभाग के प्रशिक्षित अमले, अन्य विभाग जिन युवाओं का इस तरह के सर्वे में इस्तेमाल करते है उन्हें भी सर्वे के लिए शामिल करेगा। इसके अलावा स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत, आदिम जाति कल्याण और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीम का उपयोग भी इस सर्वे के लिए करेगा। जो लोग इस तरह का सर्वे करना चाहते है ऐसी संस्थाओं और व्यक्तियों को भी सर्वे के लिए जोड़ा जाएगा। इसके लिए उन्हें विभाग की ओर से मेहनताना भी दिया जाएगा।
वर्जन
आनंद विभाग का सरकार ने फि र पुर्नगठन किया है। विभाग अब फिर अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहा है। आनंद की स्थिति पर सर्वेक्षण कर रिपोर्ट तैयार करने और प्रकाशित करने की हमारी तैयारी है। कोरोना संक्रमण की दर कम होते ही पूरे प्रदेशभर में इसके लिए सर्वे किया जाएगा।
अखिलेश अर्गल, सीईओ राज्य आनंद संस्थान