आंगनबाड़ी केन्द्र: कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दिए जाएंगे फल-सब्जी
ग्वालियर
प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में लगाई गई पोषण वाटिकाओं में उगने वाली सब्जी एवं फल अब बाजार में बचे नहीं जाएंगे। अति कुपोषित, कुपोषित बच्चों, गर्भवती- धात्री माताओं को दिए जाएंगे, ताकि उनकी थाली पोषण से भरी हो। इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग ने निर्देश जारी किए हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारियों को इसकी नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। वाटिका में उगने वाले फल और सब्जियां प्राथमिकता के आधार पर आंगनबाड़ी केंद्रों के हितग्राहियों को दिए जाएंगे। इसके अलावा केन्द्रों के लिए भोजन तैयार करने वाले स्व-सहायता समूहों को भी दिए जा सकते हैं ताकि वे भोजन में इन्हें शामिल कर सकें और भोजन में विविधता नजर आए। यह व्यवस्था नियमित रूप से दिए जा रहे नाश्ता और गर्म भोजन के अलावा होगी।
जिले के अधिकारियों से मार्च 2022 तक पोषण वाटिका को लेकर प्रगति प्रतिवेदन भी मांगा है। उनसे वाटिका का रखरखाव करने को भी कहा गया है। बता दें कि पूरे देश में आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका बनाई गई हैं। इसकी प्रधानमंत्री कार्यालय सघन मानीटरिंग कर रहा है। मप्र के 96 हजार 135 आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका लगाई गई है। जिसमें विभिन्न किस्म की सब्जियां और फल उगाए जा रहे हैं। इनका उपयोग पूरी तरह से केन्द्रों के हितग्राही कर सकें, इसलिए निर्देश जारी किए गए हैं।