धुंध की आगोश में भोपाल, सर्द हवाओं के साथ रिमझिम बौछार
भोपाल
पूरे मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। बादल छाने से रात का तापमान बढ़ने लगा है। इससे ठंड से राहत मिलने लगी है। राजधानी भोपाल में सुबह से घनी काली घटाएं छाई। सुबह पौने आठ बजे के करीब बूंदाबांदी शुरू हो गई। सर्द हवाओं के साथ रिमझिम बौछार का यह दौर करीब आधा घंटे चला। इसके अलावा सागर और आसपास के इलाकों में में भी सुबह से बौछारें पड़ रहीं हैं।
सागर में बीते दो घंटे से बारिश हो रही है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास ट्रफ के रूप में सक्रिय है। पूर्वी राजस्थान से लेकर पश्चिमी मध्यप्रदेश से होकर विदर्भ तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इसके अतिरिक्त दक्षिण-पश्चिमी बिहार पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने के कारण मप्र में बादल छाने लगे हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार-बुधवार के प्रदेश के अधिकतर जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार बादल सघन होने के साथ ग्वालियर-चंबल संभागों में भी कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही भोपाल, सागर, होशंगाबाद, जबलपुर, रीवा और शहडोल में 28-29 दिसंबर को हल्की बारिश की संभावना है। इन जगहों पर आसमान में बादल छाए रहेंगे। कहीं-कहीं ओले गिरने की भी संभावना है। इससे रबी फसलों को नुकसान होगा।
वहीं, 30 दिसंबर के बाद घना कोहरा प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में छाने लगेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि 31 दिसंबर से एक जनवरी तक अच्छी ठंड रहेगी।
गौरतलब है कि सोमवार को राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है। न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया है। प्रदेश में सबसे कम तापमान में पचमढ़ी में 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा है। इसके बाद खजुराहो में आठ डिग्री सेल्सियस तापमान रहा है।