65 हजार बूथ पर पार्टी को मजबूती देने बीजेपी की प्लानिंग
भोपाल
भाजपा के बूथ विस्तारक अभियान के जरिये 65 हजार बूथों को मजबूत बनाने में जुटी पार्टी की प्लानिंग है कि सभी बूथ माह में कम से कम एक बैठकें जरूर करेंगे। इसके लिए माह के अंतिम रविवार का दिन चुना गया है।
बूथ विस्तारक अभियान के जरिये 65 हजार बूथों को मजबूत बनाने में जुटी भाजपाा की प्लानिंग है कि सभी बूथ माह में कम से कम एक बैठकें जरूर करें। इन बैठकों के लिए कोई और दिन न तय हो तो महीने के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात सुनने के लिए सभी एकत्र हों और बूथ क्षेत्र के लिए की जाने वाली प्लानिंग पर चर्चा इस दौरान हो। इस बैठक में प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व द्वारा बूथ स्तर तक के लिए दिए जाने वाले निर्देशों को क्रियान्वयन पर भी फोकस किया जा सकेगा। इसके साथ ही हर माह कम से कम एक बार घर-घर संपर्क का अभियान बूथ टोली द्वारा किया जाएगा।
बीजेपी की यह प्लानिंग बूथ विस्तार के लिए तैयार की गई 22 सूत्रीय कार्ययोजना में शामिल है। संगठन ने इसके अलावा पार्टी के स्थापना दिवस, कुशाभाऊ ठाकरे, डॉ बीआर अंबेडकर, अटल बिहारी वाजपेयी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरुषों पर केंद्रित कार्यक्रमों में भी बूथ की सक्रियता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। संगठन विस्तार के दौरान जो बूथ समिति बनाई जा रही है उसमें 21 से 30 सक्रिय सदस्यों की टोली बनाई जा रही है। हर तीस मतदाता को लेकर बनाई जाने वाली पन्ना समिति में एक पन्ना प्रमुख और चारसे पांच सदस्य बनाए जा रहे हैं। पन्ना समिति अपने क्षेत्र के वोटर से परिवार बैठक के जरिये संपर्क में रहेंगे। नए मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने, बूथ पर दीवार लेखन का स्थान तय कर चुनाव चिन्ह कमल बनवाना और भाजपा से जुड़े नारों को सामने लाना भी इनकी जिम्मेदारी होगा। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की सूची बनाई जाएगी। हर बूथ पर स्व सहायता समूह के प्रमुख दो, तीन सदस्यों से संबंध और संपर्क रखते हुए उन्हें पार्टी से जोड़ना है।
अन्य दलों के कार्यकर्ताओं को जोड़ने की कवायद
इतना ही नहीं अन्य दलों में कार्य करने वाले अच्छे कार्यकर्ता पार्टी से जुड़ें, इस लाइन को आगे बढ़ाना है यानी अपने विरोधियों को प्रभावित कर पार्टी से उन्हें जोड़ना है। बूथ लेबल आॅफिसर से संवाद भी बनाना होगा। इसके साथ बूथ समिति और पन्ना समिति का व्हाट्सएप ग्रुप बनाना और दूसरा व्हाट्सएप ग्रुप बूथ के सामान्य मतदाताओं का बनाना होगा। इसके लिए संगठन द्वारा एक फार्मेट तैयार किया गया है।