भोपालमध्य प्रदेश

कॉलेजों पर नकेल कसेगा BU, 100 प्रोफेसर्स की टीम तैयार

भोपाल
कोरोना संक्रमण के चलते दो साल से कई कॉलेज बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से इंस्पेक्शन कराये बिना एमबीए कोर्स का संचालन कर रहे हैं। अब उनकी पोल खोलने के लिए बीयू ने मैन्युअली इंस्पेक्शन कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए 100 प्रोफेसर्स की टीम बनाई गई है। कोरोना संक्रमण अपना असर दिखाना शुरू करे उसके पहले ही कॉलेजों की रिपोर्ट बीयू पहुंच जाएगी।

प्रदेश में 200 से ज्यादा एमबीए कॉलेज संचालित हो रहे हैं। दो साल के कोरोना काल में करीब 70 नये एमबीए कॉलेज बीयू में संबद्धता लेकर संचालित किये जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते उक्त एमबीए कालेजों का इंस्पेक्शन नहीं हो सका था। उन्होंने सिर्फ एआईसीटीई से मान्यता ली हुई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के कारण पहले बीयू ने कॉलेजों को इंस्पेक्शन कराना जरूरी नहीं समझा था। वर्तमान में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में हैं। हालात बेकाबू हों इसके पहले बीयू कालेजों का इंस्पेक्शन कराने की व्यवस्था में है। ताकि दो साल से बिना इंस्पेक्शन के चलने वाले कालेजों की स्थिति स्पष्ट हो सके। कॉलेजों द्वारा जो फर्जीवाड़ा किया जा रहा है उसको उजागर कर कालेज संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

बीयू अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के पहले ही निरीक्षण किया जाएगा। 100 प्रोफेसर्स की टीम बनाई गई है। इनसे कॉलेजों का इंस्पेक्शन कराया जाएगा। इंस्पेक्शन में कॉलेजों की खामिया सामने आती हैं तो उन्हें ठीक किया जाएगा। अनियमितााएं ज्यादा होने पर उनकी संबद्धता समाप्त कर दी जाएगी।

बीयू की सीमा सात जिलों में लगती हैं। बीयू करीब 100 एमबीए कालेज संबद्धता लेकर डिग्री दे रहा है। इसमें करीब 70 नये कॉलेज बताए जा रहे हैं। दो साल में एमबीए कालेजों में काफी इजाफा हुआ है। दो साल की समय अवधि में कोरोना संक्रमण के कारण कालेजों ने एआईसीटीई और बीयू के मापदंडों को पूरा करना जरूरी नहीं समझा है। इसकी सूचना बीयू अधिकारियों को दी गई है। इसके चलते बीयू ने कालेजों का इंस्पेक्शन समय रहते कराने का निर्णय लिया है। टीम को आदेशित किया जा चुका है वे जल्द से जल्द इंस्पेक्शन कर रिपोर्ट बीयू में जमा करें। उक्त सभी कालेजों की रिपोर्ट जनवरी के दूसरे सप्ताह तक जमा हो सकती है।

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