मध्य प्रदेश

रतलाम के पास सड़क किनारे खेतों में बने अवैध ढाबों पर चले बुलडोजर

रतलाम ।  सड़क किनारे खेतों में बने अवैध ढाबों को प्रशासनिक अमले ने बुलडोजर के साथ तोड़ दिया। महू नीमच हाईवे व आसपास के क्षेत्रों में बने ढाबों पर प्रशासन को अवैध गतिविधियां व नशा बेचने की शिकायतें मिल रही थी। नशा मुक्ति अभियान के तहत प्रशासन पिछले तीन-चार दिनों से यह जानकारी जुटा रहा था कि अवैध ढाबे कहां-कहां बने हैं। जावरा के आसपास अवैध ढाबों की सूची बनाई गई। शुक्रवार सुबह प्रशासनिक अमला करीब एक दर्जन बुलडोजर और बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ इन ढाबों पर पहुंचा और ढाबे तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। दोपहर 12:30 बजे तक पांच ढाबों को जमींदोज कर दिया गया। बताया जा रहा है कि करीब एक दर्जन ढाबों को तोड़ा जाना है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नशे के खिलाफ अभियान चलाने और नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन का अमला नशा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुट गया। पुलिस प्रशासन जहां अवैध शराब और मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों, सार्वजनिक स्थलों पर बैठकर शराब पीने वालों आदि पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। वहीं अब उन स्थानों को भी निशाना बनाया जा रहा है जहां अवैध कारोबार चलते हैं और नशा बेचा जाता है। महू नीमच हाईवे पर रतलाम जिले में स्थित अनेक ढाबों पर कई बार अवैध मादक पदार्थ व शराब पुलिस ने जप्त की थी।

पंजाब, हरियाणा, गुजरात व अन्य राज्यों में ले जाए जाती है नशा सामग्री

पंजाब, हरियाणा, गुजरात व अन्य राज्यों के ट्रक चालक भी रतलाम से लेकर नीमच ताकि स्थित ढाबों पर रुकते है तथा वहां से अवैध मादक पदार्थ हरियाणा, पंजाब, गुजरात व अन्य राज्यों में ले जाते हैं। कई बार पंजाब व हरियाणा के ट्रक चालक भी मादक पदार्थों के साथ पकड़े गए। रतलाम मंदसौर नीमच और आसपास के क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में अफीम का उत्पादन होता है। अफीम से हेरोइन, स्मेक व अन्य नशा सामग्री बनाई जाती है। वहीं अफीम का डोडाचुरा भी नशा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर व राजस्थान के प्रतापगढ़ व अन्य जिलों से मादक पदार्थों की तस्करी रतलाम के विभिन्न मार्गों के माध्यम से की जाती है।

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