भोपालमध्य प्रदेश

मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा प्रदेश में कुशलता से काम करने वालों की कमी

भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिंदगी में लक्ष्य निर्धारित कर उसके लिए रोडमैप बनाकर परिश्रम करें तो सफलता मिलना तय है। प्रदेश में काम की कमी नहीं है बल्कि कुशलता से काम करने वालों की कमी है। इसलिए तकनीकी संस्थानों की जिम्मेदारी है कि तकनीकी कौशल देने का काम बेहतर तरीके से करें। युवा बढ़ेगा तो प्रदेश बढ़ेगा और फिर देश बढ़ेगा।

सीएम चौहान ने ये बातें राजधानी में आरजीपीवी के नवीन खेल परिसर का लोर्कापण करने और विश्वविद्यालय स्तरीय बैंडमिंटन प्रतियोगिता के शुभारंभ के मौके पर कहीं। उन्होंने कहा कि खेल के बिना जीवन अधूरा है बल्कि यह भी कह सकते हैं कि जिन्दगी ही खेल है। शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान, कौशल और नागरिकता के अधिकार देना है और इसके लिए शरीर का स्वस्थ रहना जरूरी है। खेल शरीर को स्वस्थ रखने का काम करते हैं। खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिस्पर्धाएं जरूरी हैं। जो खिलाड़ी यहां आए हैं वे खेल के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें। कोरोना से डरना नहीं सावधान रहना है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान खुद को अतिथि संबोधित किए जाने पर कहा कि वे अतिथि नहीं हैं। अतिथि वह होता है जिसके आने की तिथि तय नहीं होती। वे तो यहां तय कार्यक्रम से आए हैं। अतिथि यहां आए खेल प्रतिभागी हैं जिनकी सुविधाओं का ध्यान रखना जरूरी है।

कार्यक्रम में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और आरजीपीवी के कुलपति डॉ सुनील कुमार भी मौजूद रहे। सीएम चौहान तीन जनवरी से विभागों की समीक्षा कर रहे हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री चौहान औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन, सामाजिक न्याय और निशक्तजन, विज्ञान और प्रौद्योगिक, पर्यटन, संस्कृति और स्कूल शिक्षा विभाग की योजनाओं और विभागों के अफसरों के काम की समीक्षा करेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button