सहकारिता क्षेत्र के 12 सेक्टरों में बढ़ेगा को-ऑपरेटिव मूवमेंट, डेढ़ करोड़ जुड़ेंगे और 2 लाख को रोजगार
भोपाल
मध्यप्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र को एक जन आंदोलन बनाने के लिए राज्य सरकार विविध क्षेत्रों में बारह नये सहकारी संघों का गठन करेगी। इन क्षेत्रों में त्रिस्तरीय सहकारी संरचनाओं का निर्माण कर प्रदेश के डेढ़ करोड़ लोगोंं को जोड़ा जाएगा और इनके माध्यम से प्रदेश के लगभग दो लाख नवीन रोजगारों का सृजन किया जाएगा।
सहकारिता विभाग के अधीन प्रदेश में राज्य सहकारी भंडारण संघ, राज्य सहकारी पर्यटन संघ और मध्यप्रदेश राज्य सहकारी जन औषधि विपणन संघ का गठन किया जा चुका है। इनमें से पर्यटन संघ और सहकारी जन औषधि विपणन संघ अपना व्यवसाय प्रारंभ कर चुके है। इसके अलावा और नौ नये सहकारी संघों का गठन किया जा रहा है। इनमें राज्य सहकारी उद्यानिकी संघ, राज्य सहकारी ग्रामीण परिवहन संघ, राज्य सहकारी खनिज संघ, राज्य सहकारी सेवा प्रदाता संघ, राजय सहकारी सूचना प्रौद्योगिकी संघ, राज्य सहकारी उर्जा संघ, राज्य सहकारी जैविक उर्जा निर्माण संघ और राज्य सहकारी ग्रामीण औद्योगिकी संघ का गठन किया गया है।
राज्य सहकारी विपणन संघ
प्रदेश के लगभग 48 सौ सहकारी संस्थाओं के पास स्वयं के गोदाम है और चार सौ संस्थाओं के पास नवीन गोदामों की निर्माण की प्रक्रिया जारी है। इससे प्रदेश में सहकारी संस्थाओं के पास पर्याप्त भंडारण क्षमता हो जाएगी। मंडी बोर्ड द्वारा निर्मित सौ बहुउद्देशीय केन्द्र तथा बुंदेलखंड परियोजा अंतर्गत 3 बहुउद्देशीय केन्द्र के गोदामों का पर्याप्त उपयोग नहीं हो पा रहा है। इसी प्रकार प्रदेश की विपणन संस्थाओं , बीज संघों के गोदामों का भी पर्याप्त उपयोग नहीं हो रहा है। दूसरी ओर उपार्जन के लिएतथा अन्य कामों के लिए गोदामों की कमी है। इस विसंगति को दूर करने मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ काम करेगा तथा सहकारी संस्थाओं के गोदामों का अस्सी फीसदी से अधिक उपयोग भी सुनिश्चित कराएगा। भंडारण क्षमता के असंतुलन को यह दूर करेगा।
राज्य सहकारी पर्यटन संघ
प्रदेश में अनेक छोटे-बड़े पर्यटन स्थल है जो प्राचीन एतिहासिक महत्व रखते है। इसके अलावा भी कई महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्थान है इनका विकास कर पर्यटन बढ़ाया जा सकता है। व्यावसायिक लाभप्रदता नहीं होंने के कारण इनका विकास नहीं हो पा रहा है। ऐसे नवीन पर्यटन स्थलों का विकास, वहां तक परिवहन व्यवस्था और पर्यटन स्थलों पर रेस्टोरेंट तथा रुकने की व्यवस्था सहकारिता के माध्यम से शुरु की जाएगी। प्रदेश में 3 पर्यटन सहकारी संस्थाएं और पर्यटन संघों का पंजीयन हो चुका है। यह संघ यह सारे काम करेगा।
राज्य सहकारी जन औषधि विपणन संघ
प्रदेश में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के रूप में मध्यप्रदेश राज्य सहकारी जन औषधि विपणन संघ का पंजीयन हो चुका है। इसके जरिए प्रदेश में 38 मेडिकल स्टोर का संचालन प्रारंभ हो चुका है। यहां जेनेरिक औषधि के साथ ब्रांडेड औषधि भी 26 प्रतिशत से 72प्रतिशत तक कम दामों पर उपलब्ध कराई जा रही है। पैथालॉजी केन्द्र भी खोले जाएंगे। मंडी बोर्ड भी प्रत्येक मंडी केन्द्रों पर कृषक चिकित्सालय और मेडिकल स्टोर संचालित करेगा।
राज्य सहकारी उद्यानिकी संघ
प्रदेश में उद्यानिकी फसलें साग-सब्जी, फल के उचित मूल्य नहीं मिलते है। उपभोक्ताओं को मंहगे दामों पर मिलते है। कई सब्जियां और फल जल्दी खराब हो जाते है। यह संघ फल-सब्जियों के परिरक्षण की व्यवस्था भी करेगा। किसानो को उचित दाम तथा रहवासियों को रियायती दरों पर इनकी उपलब्धता सुनिश्चित कराएगा।