31 मार्च से CPA इतिहास बन जाएगा,सड़कों का मेंटेनेंस अब PWD संभालेगा
भोपाल
भोपाल के एकांत, चिनार समेत 7 बड़े पार्कों की देखरेख का जिम्मा वन विभाग को सौंपा जाएगा। वहीं सड़कों को बनाना और उसके मेंटेनेंस की जिम्मेदारी PWD को सौंपी जाएगी। अभी तक पार्कों की देखरेख नगर निगम कर रहा था। वहीं सड़कों के रख-रखाव की जिम्मेदारी सीपीए के पास थी। दरअसल, CPA (राजधानी परियोजना प्रशासन) का 55 दिन बाद 31 मार्च को अस्तित्व खत्म हो जाएगा। CM शिवराज सिंह चौहान ने अगस्त 2021 में सीपीए को बंद करने का ऐलान किया था। उस दौरान मुख्यमंत्री ने राजधानी की खस्ताहाल सड़कों को लेकर नाराजगी जताई थी।
कैबिनेट को भेजा प्रस्ताव
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। विभाग ने प्रस्ताव कैबिनेट को भेज दिया है। कैबिनेट में मंजूरी मिलते ही CPA इतिहास बन जाएगा। CPA के कामों का बंटवारा भी हो चुका है। कैबिनेट में प्रस्ताव मंजूर होने के बाद 31 मार्च 2022 से इसे बंद कर दिया जाएगा। दिसंबर में सीनियर सेक्रेटरी की मीटिंग हुई थी। इसमें बंटवारे से जुड़े कई निर्णय लिए गए थे। इसके बाद मंत्री सिंह के पास प्रस्ताव भेजा गया था।
निगम के पास था 7 पार्कों की देखरेख का जिम्मा
सीपीए को बंद करने के ऐलान के बाद इसके कामकाज का बंटवारा भी हो चुका है। भोपाल में 132 एकड़ में फैले एकांत, प्रियदर्शनी, चिनार, मयूर, प्रकाश तरण पुष्कर समेत 7 बड़े पार्कों की देखरेख का जिम्मा नगर निगम की बजाय वन विभाग संभालेगा। वहीं, सड़कें PWD के हवाले होंगी। इंजीनियर-कर्मचारी, पुल और बिल्डिंगों को लेकर भी खाका तैयार है।
अभी CPA में इतना स्टाफ
एक अधीक्षण यंत्री, चार एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, 20 SDO, 50 सब इंजीनियर व 250 कर्मचारियों समेत 325 लोगों का स्टाफ है, जो अन्य विभागों से प्रतिनियुक्ति पर यहां आए हैं। इसके अलावा अस्थायी कर्मचारी भी हैं, जो पार्क समेत अन्य जगह लगाए गए हैं। सीपीए की 500 करोड़ की देनदारी है, जबकि बजट महज 300 करोड़ रुपए है। सब मिलाकर 1100 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी हैं।
भोपाल को खूबसूरत बनाने में बड़ी भूमिका रही
शहर को व्यवस्थित तरीके से डेवलप करने के लिए साल 1960 में आवास एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत CPA का गठन किया गया था। इसका काम भोपाल शहर की सड़कों को बनाना और उनका मेंटेनेंस करना था। इसके अलावा, उसके जिम्मे पर उद्यान, बिल्डिंग निर्माण, पुल-पुलियाएं बनाने आदि के काम भी आ गए। इस विभाग की नए शहर को खूबसूरती देने में बड़ी भूमिका रही है। नए मंत्रालय एनेक्सी बनाने से लेकर VIP रोड जैसे कई बड़े काम उसने ही किए हैं। भारत भवन, शौर्य स्मारक, ट्राइबल म्यूजियम, मानव संग्रहालय, टीटी नगर स्टेडियम, सतपुड़ा, विध्यांचल आदि इमारतें भी CPA ने बनाई है। वहीं 92.5 किमी सड़कों का मेंटेनेंस सीपीए के जिम्मे ही हैं।