मुख्यमंत्री शिवराज का निर्णय, हर नगर-ग्राम का स्थापना दिवस मनाए, क्रियान्वयन को लेकर चर्चा

भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्णय किया है कि अब प्रदेश के हर नगर व ग्राम का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इसके लिए गांव व नगर के लोगों की कमेटी बैठकर तय करेगी कि किस नगर व ग्राम का स्थापना दिवस कब मनाया जाना है। कलेक्टरों और संभागायुक्तों के साथ सीएम अगली वीडियो कांफ्रेंसिंग में इसके क्रियान्वयन को लेकर चर्चा करने वाले हैं जिसमें वे सरकार की कार्ययोजना बताकर उस पर अमल के लिए निर्देशित करेंगे।
सरकार की इच्छा ग्राम व नगर का स्थापना दिवस मनाने के पीछे स्थानीय लोगों को एकजुट बनाने और सरकार के साथ संपन्न वर्ग के लोगों के जरिये गांव व नगर के विकास के लिए काम करने की भावना को बढ़ावा देना है। सीएम चाहते हैं कि लोग जब सीधे अपनी जन्मभूमि से जुड़ेंगे तो वहां के विकास के लिए खुद आगे आएंगे और उनकी यह जिम्मेदारी भी बनती है क्योंकि गांव व नगर में पैदा होने वाला संपन्न व्यक्ति सफल राजनीतिज्ञ, अधिकारी, वैज्ञानिक, बिजनेसमैन, उद्योगपति या अन्य महत्वपूर्ण पद पर काम करने वाला हो सकता है।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री द्वारा हर नगर व ग्राम के स्थापना दिवस मनाने की घोषणा के बाद राजस्व, नगरीय विकास, पंचायत और ग्रामीण विकास समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने इसका खाका तैयार करना भी शुरू कर दिया है कि आखिर यह काम कैसे पूरा किया जाएगा? इसके लिए किस तरह का मापदंड तय किया जाए कि नगर व ग्राम के स्थापना दिवस की तारीख तय हो क्योंकि सबसे अधिक विरोध इसी को लेकर होना है। सीएम इसको लेकर विभागों के साथ भी चर्चा करने वाले हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए हर नगर व ग्राम स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा जिसमें नगर की सीनियर सिटीजन को भी शामिल किया जाएगा और उनके अनुभवों को साझा करने की रणनीति बनेगी।
आवास योजना की किस्त देने के दौरान भी की चर्चा
सीएम चौहान ने इसका जिक्र शुक्रवार को पीएम आवास योजना ग्रामीण की पहली किस्त के 875 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने के दौरान भी किया। उन्होंने कहा कि हम सभी अपने गांव, कस्बे, शहर का साल में एक दिन वैसे ही जन्म-दिन मनाएं, जैसे हम अपना जन्म-दिन मनाते हैं। गांव में जन्मे सभी लोग जन्म-दिवस पर एकत्र हों और अपनी जन्म-भूमि के विकास की रूपरेखा तय करें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम हमारे गृह ग्राम जैत का जन्म-दिन नर्मदा जयंती पर मनाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने लोगों से आँगनवाड़ी गोद लेने की अपील करते हुए कहा कि जो व्यक्ति आर्थिक रूप से सक्षम हैं, वह आंगनवाड़ी गोद लेकर बच्चों के पोषण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि उन्होंने भी दो आंगनवाड़ी गोद ली हैं।