1 अप्रैल से प्रदेश में अब महंगी नहीं होगी बिजली
जबलपुर
प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के बड़ी राहत की खबर है, अब राज्य में 1 अप्रैल से बढ़ने वाले बिजली के दाम (Electricity Price) से बड़ी राहत मिली है। फिलहाल प्रदेश में बिजली की दर बढ़ाने का फैसला टल गया है। बताया जा रहा था कि बिजली के दाम बढ़ाने के लिए 7 दिन पहले नोटिफिकेशन जारी करना होता है।
ऐसे में अगर प्रदेश में एक अप्रैल से बिजली के दाम बढ़ने होते तो अभी तक नोटिफिकेशन जारी हो जाता। लेकिन मार्च का महीना खत्म होने में अब एक दिन ही बाकी हैं. इसलिए अब बिजली के दाम बढ़ते नहीं दिखाई दे रहे हैं। 1 अप्रैल से बिजली महंगी नहीं होने से प्रदेश को करोड़ों उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। पिछले कुछ दिनों से बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दाम के बाद महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है ऐसे में बिजली के दाम बढ़ने को लेकर लोग चिंतित थे।
प्रदेश में 1 अप्रेल से बिजली के दाम नहीं बढ़ने से उपभोक्ताओं को फिलहाल फौरी तौर पर बड़ी राहत मिल गई है। मध्य प्रदेश की चारों बिजली कंपनियों ने विद्युत नियामक आयोग में दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई हो चुकी है। सुनवाई के दौरान कई सामाजिक संगठनों और औद्योगिक संगठनों ने बिजली की दर नहीं बढ़ाने को लेकर 100 से ज्यादा आपत्तियां लगाई गई थी। हालांकि अभी तक नियामक आयोग ने इन आपत्तियों का निराकरण नहीं किया है।
प्रदेश में बिजली दर बढ़ाने को लेकर नियम है कि बढ़ी हुई दर लागू करने की तारीख से 7 दिन पहले ही विद्युत नियामक आयोग को नोटिफिकेशन जारी करता है। राहत की बात यह है कि मार्च का महीना खत्म होने में केवल 1 दिन बचा है और कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ इसलिए माना जा रहा है कि 1 अप्रैल से मध्यप्रदेश में बिजली के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे।
विद्युत नियामक आयोग में 7 फरवरी को बिजली कंपनियों ने याचिका दायर कर दर बढ़ाने की मांग की है। बिजली कंपनियों की ओर से याचिका दायर की गई याचिकाओं में कहा है कि अगले वित्तीय वर्ष में तकरीबन 39 सौ करोड़ रुपये के घाटे का अनुमान है इसलिए बिजली की दरों में करीब 8 से 10 फीसदी का इजाफा करने की मांग की है। नए वित्तीय वर्ष में बिजली की दर बढ़ने से राहत मिलने के बाद अब प्रदेश के करोड़ों उपभोक्ताओं को कब तक यह राहत मिलती है ये आने वाले समय में ही पती चलेगा।